पूर्व मुख्य कोच अनिल कुंबले से विवाद को पीछे छोड़ते हुए भारतीय टीम वेस्टइंडीज की कमजोर टीम के खिलाफ मजबूत दावेदार है। कुंबले का मुख्य कोच के रूप में सफर कैरेबियाई सरजमीं पर ही शुरू हुआ था लेकिन एक साल के भीतर भारतीय टीम यहां अपने कोच के बिना लौटी है।
पांच मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला और एकमात्र टी-20 अंतरराष्ट्रीय में कुछ बड़ी जीत कोच कुंबले के साथ कप्तान कोहली के विवाद से लोगों का ध्यान हटाने में कप्तान की मदद करेगी। साथ ही यह ऐसा मौका होगा जब कोहली को टीम चयन में पूरी छूट होगी क्योंकि बल्लेबाजी कोच संजय बांगड़ की संभवत: इसमें कोई भूमिका नहीं होगी।
जेसन होल्डर की अगुआई वाली वेस्टइंडीज की टीम ने हाल में अफगानिस्तान के खिलाफ 1-1 से श्रृंखला बराबर की और इसमें कोई संदेह नहीं है कि मौजूदा भारतीय टीम का स्तर मेजबान टीम से बेहतर है। कोहली भी इससे अच्छी तरह वाकिफ हैं और बीसीसीआई के आला अधिकारियों से कुंबले मामले में पूरा समर्थन मिलने के बाद भारतीय कप्तान के लिए गलती की गुंजाइश काफी कम होगी। भारत के वनडे में 5-0 से जीतने की उम्मीद की जा रही है क्योंकि वेस्टइंडीज के 13 खिलाड़ियों को कुल मिलाकर 213 मैच खेलने का अनुभव है जिसमें कप्तान होल्डर 58 मैचों के साथ सबसे अनुभवी खिलाड़ी हैं।