इंटरनेट पर वर्तमान में प्रचलित सराहा ऐप अब विवादों के घेरे में आ गया है, इस ऐप के द्वारा कोई भी किसी को अज्ञात रहकर कुछ भी व्यक्त कर सकता है। शुरुआत में इसे सार्थक रूप में इस्तेमाल किया जाता था परन्तु इसके प्रचलित होते ही इसके दुष्परिणाम सामने आने लगे हैं। अब अधिकतर इस ऐप के जरिये लोग अपनी कुंठाएं व घृणा व्यक्त करने लगे हैं, जिससे लोगों में अवसाद की स्तिथि उत्पन्न होने लगी है। सोशल मीडिया व कई अन्य ऐप्स का इस्तेमाल संभल कर करें, आपके द्वारा किसी भी प्रकार की नकारात्मक टिपण्णी किसी को मानसिक ठेस पहुंचा सकती है व उसके दुष्परिणाम भी हो सकते हैं। कृपया सोशल मीडिया ऐप्स का इस्तेमाल संयम से करें।
पिछले कुछ दिनों से लोगों के बीच मशहूर हुआ सराहा ऐप ना केवल एक माध्यम हैं अपनी भावनाएं शेयर करने का बल्कि लोग इसका प्रयोग एक दूसरे पर अपनी भड़ास निकालने के लिए भी कर रहें हैं।सोशल मीडिया हमेशा से चर्चा में रहा है लेकिन एक ऐसा ऐप जिसके माध्यम से आप अपने दिल की बात बिना अपनी पहचान बताएं कर पाएं ऐसा ऐप पहली बार आया है। फेसबुक पर चर्चा में आया ऐप इस्तेमाल करने में बेहद आसान हैं इसपर खुद को रजिस्टर करके लोग इस ऐप को डाउनलोड कर रहे और एक दूसरे से अपने दिल की बात कर रहें बिना अपना नाम बताएं।बीते दिनों में हर दूसरे फेसबुक यूजर की वाॅल पर केवल सराहा के मैसेज ही दिख रहें हैं जिससे पता चलता हैं कि इस ऐप ने भी अपने पैर पसार लिए हैं।
लेकिन फायदे के साथ-साथ इसके नुकसान भी हैं।लोग इसके माध्यम से अपनी भड़ास निकाल रहें हैं जिसकी वजह से कुछ यूजर डिप्रेशन का शिकार भी हो रहें हैं। सिक्के के दो पहलू की तरह इस ऐप के फायदे भी हैं नुकसान भी इसलिए दून पुलिस ने लोगों से यह निवेदन किया है कि इस ऐप का इस्तेमाल संभाल के करें और एक-दूसरे की भावनाओं को ठेस नां पहुंचाएं।