केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने निरामयम चिकित्सा केन्द्र का उदघाटन किया। निरामयम चिकित्सा केंद्र स्थित प्राकृत-पंचकर्म-चिकित्सा केंद्र है। मड थेरेपी कक्ष और योग व ध्यान केंद्र का भ्रमण करने के बाद वित्त मंत्री ने कहा कि यह दवा, सर्जरी और रोग से मुक्ति का केंद्र है। वहीं बाबा रामदेव ने कहा कि लोगो को निस्वार्थ भाव से चिकित्सा सेवाएं प्रदान करना ही निरामयम का उद्देश्य है। उन्होंने निरामयम की वेबसाइट का भी विमोचन किया।
उद्धघाटन के अवसर पर अरुण जेटली ने कहा कि दुनिया के विकसित देशों में इस प्रकार की चिकित्सा सेवाएं बहुत अधिक खर्च पर प्रदान की जा रही है। योगग्राम कि चिकित्सा सेवाएं के माध्यम से लोगो को महंगी दवाओं तथा सर्जरी से निजात मिलेगी। जेटली ने पतंजलि फूड एवं हर्बल पार्क पदार्थां का भी भ्रमण किया। उन्होंने कहा कि देश में ऐसे बहुत कम फूड पार्क है, जो सफल साबित हुए हैं। और यह भी कहा कि देश में ऐसे फूड पार्क और बनने चाहिए, जिससे किसान और जनता दोनों को लाभ हो सके। इस दौरान बाबा रामदेव ने कहा कि निस्वार्थ भाव से लोगो को चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराना ही निरामयम का उद्देश्य है। साथ ही आचार्य बाल कृष्ण ने कहा कि योगग्राम में चिकित्सा सेवाओं का विस्तार देश के लोगो के लिए उपहार है।
ये है निरामयम:
योगगुरु बाबा रामदेव ने निरामयम के विषय में विस्तृत जानकारी दी और कहा कि योगग्राम में पहले करीब 400 लोगो के उपचार,आवास, भोजन सहित सभी प्रकार की यथा-योग, आर्युवेद, पंचकर्म और पष्टकर्म चिकित्सा की व्यवस्था थी। उसमें करीब 100 लोगो की व्यवस्था का विस्तार किया गया है। यह पूरा परिसर लगभग 100 एकड़ में फैला हुआ है। पतंजलि योगपीठ ने पिछले आठ सालों में योगग्राम में करीब 100 करोड़ रुपये खर्च किये हैं। इसमें 4 अतिविशिष्ट श्रेणी, 12 विशिष्ट क्षेणी और 16 एकल व्यवस्था के कक्ष बनाए गए हैं।
बाबा रामदेव ने दिया था नोटबंदी का सुझाव: जेटली
पतंजलि में अरुण जेटली ने योगगुरु बाबा रामदेव की खुलकर तारीफ की और उन्होंने यह भी कहा कि नोटबंदी के फैसले को लेकर उनकी बाबा रामदेव से वार्ता हुई थी। उन्होंने ही देश में एक टैक्स और प्लास्टिक मनी को बढ़ावा देने का सुझाव दिया था। रामदेव ने कहा था की बड़े नोट तुरन्त बंद कर दें। दूसरा देश में एक टैक्स लगना चाहिए और तीसरा पेपर करेंसी के स्थान पर प्लास्टिक करेंसी को बढ़ावा दिया जाए। वित्त मंत्री ने बताया कि सरकार तीनो बिंदुओं पर काम कर रही हैं। इससे देश में भ्र्ष्टाचार और भ्रष्ट व्यवस्थाओं पर रोक लगी है।