तीर्थनगरी ऋषिकेश बम बम भोले कि गूंज से घुजने लगी है। सावन माह में चलने वाली नीलकंठ यात्रा के लिए बड़ी संख्या में शिवभक्त कावड़िए ऋषिकेश का रुख करने लगे है। जिसके चलते प्रशाशन भी मुस्तीद हो गया है। साथ ही मेले में आतंकी अलर्ट को देखते हुए खास तैयारी की गई है।
9 जुलाई से शुरू हो रही नीलकंठ कावड़ यात्रा के लिए श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसला शुरू हो गया है। जिसके लिए टेहरी पुलिस प्रशाशन ने कावड़ ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों की ब्रीफिंग की और सारे पुलिस कर्मियों को दिशा निर्देश दिए। इसी के साथ साथ कांवड़ मेले में आतंकी हमले के अलर्ट को देखते हुए भी तैयारियां की जा रही है, जिसमे एटीएस ओर बोम स्कोँङ की टीमें भी हर वक्त पूरे मेले पर नजर रखेगी। कुछ पुलिस कर्मियों को सादी वर्दी में भी तैनात किया जा रहा है जिससे हर तरह के खतरे से निपटा जा सके ।
आपको बता दे की नीलकंठ कावड यात्रा शुरू होते ही कावड़िये दिल्ली -हरियाणा -पंजाब -यूपी से गंगा जल लेने लिए हरिद्वार – ऋषिकेश पहुँचते है, यहाँ जल लेकर कांवड़िये नीलकंठ महादेव में सबसे पहले जलाभिसेक करते है, नीलकंठ कावड यात्रा हर साल उत्तराखंड प्रशाशन के लिए एक चुनोती की तरह रहती है।
ड्यूटी पर तैनात पुलिस कृमियों को निर्देशित करते हुए एसएसपी टिहरी ने कहा की प्रत्यक सोमवार को बड़ी संख्या में कावड़िए जलाभिषेक के लिए नीलकंठ महादेव पहुंचेंगे जिसके लिए ट्रैफिक ववस्था, जल पुलिस और सभी संदिग्धो पर निगाह रखी जाएगी। ये चुनौतीपूर्ण काम है जिसको सभी पुलिस कर्मियों को तत्परता से निभाना है।
इस बार की यात्रा में बड़ी संख्या में शिव भक्त नीलखण्ड महादेव के जलाभिषेक के लिए आएंगे जिसके लिए प्रशासन व्यवस्था बनने में जुट गया है। अब देखने लायक बात यह होगी की सावन के इस कावड़ यात्रा में श्रद्धालु को सरकारी दावों के अनुसार इंतजाम और सुरक्षा मिल पाती है या नहीं।