मुख्य सचिव का पद संभालने के तुरंत बाद उत्पल कुमार सिंह ने कोदारनाथ का दौरा कर वहां हो रहे निर्माण कार्यों का जायज़ लिया। इससे मुख्य सचिव ने अपनी प्राथमिकताओं को साफ कर दिया है। उत्पल कुमार सिंह ने शनिवार को केदारनाथ पहुँचकर वहां किए जा रहे पुनर्निर्माण कार्यो का निरीक्षण किया। इनमे
- सरस्वती नदी पर कराये जा रहे घाट निर्माण व बाढ़ सुरक्षा कार्य,
- तीर्थ पुरोहितों का भवन-निर्माण कार्य,
- एम.आई-26 हैलिपेड के पास किए जा रहे टू टियर बैरियर व ड्रेनेज सिस्टम और
- पजांब सिंध लाॅज के समीप सरस्वती नदी पर हो रहे पुल निर्माण काम शामिल रहे।
इस मौके पर मुख्य सचिव ने पुनर्निर्माण कार्यो में तेजी लाने के निर्देश दिए। गौरीकुंड से केदारनाथ तक सभी पड़ावों पर सीसीटीवी कैमरे लगाये जायं। जिससे कि निर्माण कार्यों की निगरानी की जा सके। इसके साथ ही माॅनिटरिंग के लिए ड्रोन का इंतजाम करने के लिए कहा। इसके साथ साथ
- केदारनाथ मंदिर के पीछे की भूमि का समतलीकरण करने एवं उसका एक पार्क के रूप में लैण्ड स्केपिंग किया जायेगा।
- मंदिर के पीछे समस्त मलबे एवं बोल्डरर्स को हटाने और वहां भी एक पार्क बनाया जायेगा। इस काम को एन.आई.एम.को दिया जायेगा।
- केदारनाथ मंदिर के चबूतरे/प्लेटफार्म को प्रधानमंत्री की इच्छा से बढ़ाया जायेगा।
- केदारनाथ मंदिर को जानेवाले मुख्यमार्ग का निर्माण इस प्रकार किया जायेगा कि केदारपुरी में प्रवेश करते हुए यात्रियों को मंदिर का विराट एवं भव्य स्वरूप दिखायी दे।
- केदारनाथ पुर्ननिर्माण कार्यों की माॅनीटरिंग हेतु विभिन्न स्थानों पर सी0सी0टी0वी0 कैमरे स्थापित कराये जांए ताकि पुनर्निर्माण/नवर्निमाण कार्यों की प्रगति किसी भी स्थान पर बैठकर देखी जा सके।
- एन.आई.एम. को निर्देशित किया गया कि केदारनाथ में उरेडा के पावर प्लांट के प्रोजेक्ट को 15 दिन के अन्दर पूरा किया जाये।
हांलाकि मौसम खराब होने के कारण मुख्य सचिव पूरे इसाके का दौरा नहीं कर सके और बीच में ही वापस लौटना पड़ा। लेकिन उम्मीद की जा रही है कि उनके इस दौरे से केदार पुरी में हो रहे निर्माण कार्यों में तेज़ी आयेगी।