उत्तराखंड की एक और विभूति ने अपना लोहा राष्ट्रीय स्तर पर मनवाया है। यह विभूति फ्लाईट अफसर कुणाल वर्मा हैं, कुणाल वर्मा देहरादून के खुड़बुड़ा निवासी हैं और उन्होंने वायु सेवा तकनीकी कॉलेज जालहल्ली बेंगलूरू की शानदार पासिंग आउट परेड के उपरांत स्थायी व शार्ट-सर्विस कमीशन वैमानिकी अभियांत्रिकी पाठ्यक्रम पूर्ण किया तथा स्वॉड आफ ऑनर प्राप्त किया।
स्वॉड आफ ऑनर के साथ-साथ उन्होंने चीफ आफ आर्मी स्टॉफ मेडल भी अपने नाम किया जो श्रेष्ठ एयरोनॉटिकल इंजीयरिंग के रूप में उन्हें मिला है। पॉसिंग आउट परेड का निरीक्षण मेंटेंस कमांड के वायुसेना के अधिकारी कमांडिंग इन चीफ एयरमार्शन हेमंत शर्मा ने किया। हेमंत शर्मा विशिष्ट सेवा मैडल अति विशिष्ट सेवा प्राप्त अधिकारी हैं। देहरादून की इस विशिष्ट विभूति की केवल सेना में ही विशिष्टता नहीं रही है।
उन्होंने अध्ययन काल में भी यूनिवर्सिटी आफ पेट्रोलियम एंड एनर्जी स्ट्डीज यूपीईएस में बी.टेक ने प्रथम स्थान प्राप्त कर वर्ष 2012-16 में प्रथम स्थान प्राप्त करने के साथ-साथ सिल्वर मैडल भी प्राप्त किया है। अपने प्रतिभा का लोहा उन्होंने वायु सेना तकनीकी कॉलेज जालहल्ली बेंगलूरू में भी मनवाया।
कुणाल वर्मा ने 6 महिला व 10 विदेशी अधिकारी विशेष रूप से परेड में हिस्सा लिया,जिसमें इन अधिकारियों में पाठ्यक्रम 40 प्रशिक्षु अधिकारी पास आउट होकर नियमित तरीके से वायु सेना में शामिल हुए। इन अधिकारियों ने 74 सप्ताह कठिन प्रशिक्षण प्राप्त किया था और सफलता प्राप्त की।