गोपेश्वर। चमोली जिले के विश्व प्रसिद्ध स्कीइंग केंद्र औली के अच्छे दिनों की शुरुआत हो गई है। 2010-11 में हुए सैफ विंटर गेम के बाद बंद पड़े करोड़ों रुपये के लागत के स्नो मेकिंग सिस्टम के अब अच्छे दिन शुरू हो गये हैं। फ्रेंच की कंपनी द्वारा इन मशीनों के मरम्मत का कार्य मंगलवार से शुरू कर दिया है।
गौरतलब है कि औली की ढलानों में आयोजित होने वाले स्कीइंग प्रतियोगिताओं के लिए वर्ष 2010-11 के सैफ गेम के लिए कृतिम बर्फ बनाने की मशीने लगायी गई थी ताकि बर्फ न पड़ने की दशा में यहां पर कृतिम रूप से बर्फ तैयार कर हर वर्ष स्कीइंग गेम होते रहे। इन मशीनों के लगने के बाद एक दिन हुए ट्रायल के बाद ही मशीनों ने काम करना बंद कर दिया था, जिससे छह करोड़ से अधिक मूल्य की ये मशीने औली की ढलानों पर जंक खा रही थी।
इस वर्ष औली मे 15 जनवरी से इंटरनेशनल स्कीइंग प्रतियोगिता का आयोजन होना है। जिसके लिए पर्यटनमंत्री सतपाल महाराज द्वारा एक बार की बैठक भी औली में आयोजित कर ली है। उन्हीं के अथक प्रयासों से इन मशीनों को ठीक करने का जिम्मा फ्रेंच की एक कंपनी को दिया गया है। इस कंपनी के तकनीशियनों का चार सदस्यीय दल ने मंगलवार को औली की ढलानो पर जंक खा रही इन मशीनों के साथ ही चेयर लिफ्ट व अन्य उपकरणों का निरीक्षण किया तथा इन पर कार्य आरंभ कर दिया है। जल्द ही यहां पर कृतिम बर्फ बनाने वाली मशीनों द्वारा कार्य आरंभ कर दिया जाएगा।