उत्तराखंड का एक और लाल देश पर शहीद, हल्द्वानी पहुंचा शव

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martyrs body reaches hometown

उत्तराखंड के एक और जाबांज ने देश के नाम अपने प्राणों की आहूति दी है। बुधवार को कश्मीर के शोपियां जिले में आतंकवादियों से मुठभेड़ के दौरान हल्द्वानी के रहने वाले मेजर कमलेश पांडेय शहीद हो गए। मेजर कमलेश नैनीताल जिले के हिम्मतपुर मल्ला के कांति पुरम में रहते थे। मेजर कमलेश मूल रूप से अल्मोड़ा जिले के दिगोली बाड़ेछीना के रहने वाले थे। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह ने शहीद मेजर के बलिदान को अपूरणीय क्षति बताया और उनकी शहादत को सलाम किया।
गुरुवार की मेजर कमलेश के शहीद होने की सूचना जिला प्रशासन के माध्यम से परिवार को दी गई। इसके बाद परिवार समेत पूरे क्षेत्र शोक में डूब गया। मेजर कमलेश के पिता मोहन चंद्र पांडेय भी सेना से सेवानिवृत्त है, जबकि छोटा भाई आर्मी पोस्टल सेवा में है। शहीद मेजर 2006 में एअरफोर्स में एअरमैन के तौर पर हुआ था। एयरफोर्स में सेवा के साथ ही उन्होंने स्नातक की पढ़ाई पूरी की और 2010 में कम्बाइंड डिफेंस सर्विसेज(सीडीएस) की परीक्षा पास की। शहीद मेजर कमलेश तीन माह पहले ही मेजर पद पर प्रोन्नत हुए थे।
शहीद कमलेश के पिता मोहनचंद्र ने बताया कि सुबह करीब नौ बजे उन्हें सेना की ओर से और प्रशासन की ओर से बेटे के शहीद होने की जानकारी मिली। इसके बाद दोपहर में आर्मी स्टेशन हल्द्वानी और जिला सैनिक कल्याण बोर्ड के अफसर उनके घर पहुंचे। उन्होंने बताया कि देर रात तक शहीद का पार्थिव शरीर हल्द्वानी पहुंचेगा। मेजर कमलेश की शहादत की सूचना के बाद से उनकी मां शांति पांडेय और बड़ी बहन बीना पंत का रो-रोकर बुरा हाल है। शहीद कमलेश की पत्नी रचना पांडे और दो साल की बेटी भूमिका दिल्ली में रहते हैं। उन्हें भी इसकी सूचना दे दी गई है। हालांकि, वे अभी तक घर नहीं पहुंचे हैं। शुक्रवार को शहीद को सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी।
उधर, मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने मेजर कमलेश पांडे की शहादत पर दुःख व्यक्त किया। उन्होंने दिवंगत की आत्मा की शांति एवं दुःख की इस घड़ी में उनके परिजनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से कामना की। मुख्यमंत्री ने शहीद मेजर कमलेश पांडे की शहादत को सलाम करते हुए उनके बलिदान को प्रदेश व देश का गौरव बताया है। मुख्यमंत्री ने शहीद मेजर कमलेश पांडे के पिता मोहन चन्द्र पांडे से फोन पर बात कर शोक संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने शहीद के पिता को राज्य सरकार से हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि इस दुःख की घड़ी में पूरा प्रदेश शहीद के परिवार के साथ खड़ा है।