पर्यटन, तीर्थाटन, धार्मिक मेले एवं संस्कृति मंत्री मा. सतपाल महाराज और जिलाधिकारी, हरिद्वार दीपक रावत के बीच विश्व प्रसिद्ध हरिद्वार तीर्थ नगरी को और प्रभावी रूप से यात्रियों के बीच लोकप्रिय बनाने के विषय को लेकर चर्चा हुई। मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि हरिद्वार में आने वाले श्रद्धालुओं की आस्था और जनसैलाब को देखते हुए हरिद्वार के रेलवे स्टेशन तथा बस स्टैण्ड को पूर्णतः धार्मिक इमारत वाली झलक देकर कायाकल्प किया जाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि बाहर से आने वाले प्रत्येक यात्री को बस स्टैण्ड और रेलवे स्टेशन पर पहुंचते ही यह अनुभव होना चाहिए कि वह किसी तीर्थ स्थान पर पहुंचा है। पवित्र नगरी होने के साथ-साथ हरिद्वार को स्वच्छतम नगरी भी बनाना है।
उन्होंने जिलाधिकारी को कहा कि राज्य में लागू नये हैरीटेज एक्ट के अनुसार जिले के भवनों इमारतों का रखरखाव पर ध्यान दिया जाये, एक्ट के अनुसार सभी होटलों को अनिवार्य रूप से पंजीकृत किया जाये। उत्तराखण्ड की संस्कृति और यहां के लोक व्यंजनों को देश विदेश तक पहुंचाने के लिए सभी होटलों के मेन्यू में उत्तराखण्डी भोजन को अवश्य शामिल कराना सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी दीपक रावत ने मंत्री से मिले निर्देशों को शीघ्र जिले में लागू करने की बात कही।