देहरादून। ऊर्जा निगम की एंड्राइड आधारित बिलिंग सिस्टम की शुरुआत हरिद्वार, रुड़की और रुद्रपुर से होगी। एक जनवरी को इस योजना का शुभारंभ करने का लक्ष्य है। निदेशक परिचालन ने इसके लिए मोबाइल एप तैयार करने वाली कंपनी के अधिकारियों के साथ बैठक भी की है। इन जगहों से योजना शुरू करने के पीछे कारण ये है कि सबसे ज्यादा बिजली कनेक्शन भी इन्हीं क्षेत्रों में है और बिजली ज्यादा खपत भी यहीं होती है।
बिलिंग सिस्टम में खामियों के चलते उपभोक्ताओं को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कई बार मीटर रीडर मौके पर जाने के बजाय अपने हिसाब से रीडिंग दर्ज कर देते हैं तो कभी सही मीटर को भी खराब दर्शा देते हैं। तो कभी रीडिंग दर्ज ही नहीं होती, जिससे कई-कई महीने का बिल उपभोक्ताओं को एक साथ मिलता है। निदेशक परिचालन अतुल अग्रवाल ने बताया कि बिलिंग सिस्टम को मजबूत और बेहतर करने के लिए एप लाया जा रहा है। इसके जरिये मीटर रीडरों पर पैनी नजर रहेगी। इसमें सबकुछ सिस्टम के माध्यम से होगा। एप शुरू होने के बाद गलत बिल जारी होने की समस्या भी समाप्त हो जाएगी।
ऐसे काम करेगा एप: मोबाइल एप्लीकेशन डाटा सेंटर से कनेक्ट रहेगी। मीटर रीडरों को ब्लूटूथ प्रिंटर दिए जाएंगे, जो मोबाइल से कनेक्ट होगा। मशीन के बजाय मोबाइल से ही बिल जारी किए जाएंगे, जिसकी जानकारी तत्काल डाटा सेंटर को मिल जाएगी। इसमें कैमरे का विकल्प भी होगी। मीटर रीडर को मीटर की फोटो भी एप पर अपलोड करनी होगी। जीपीएस के माध्यम से ये भी पता रहेगा कि मीटर रीडर मौके पर गया या नहीं।