डेंगू के उपचार में लापरवाही बर्दाश्त नहीं: कौशिक

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शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने डेंगू के बढ़ते प्रकोप की रोकथाम के लिए रविवार को मेला नियंत्रण भवन (सीसीआर) के सभागार में जिलाधिकारी दीपक रावत की उपस्थिति में जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी रविंद्र थपलियाल सहित प्रशासन के अधिकारियों की बैठक ली। मंत्री कौशिक ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी तथा जनपद के नगर निकायों व ग्रामीण निकायों के पदाधिकारियों से अब तक सरकारी रिकॉर्ड में दर्ज डेंगू के मरीजों का ब्यौरा मांगा। मुख्य चिकित्साधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि अब तक जिला स्वास्थ्य विभाग के पास कुल 24 मामले दर्ज हुए हैं, जिनमें से सात में डेंगू की पुष्टी हुई है। दो मामले ज्वालापुर से, एक बीएचईएल सेक्टर एक से, चार रोशनाबाद से दर्ज किये गये थे।

मंत्री ने निजी चिकित्सालयों में डेंगू का इलाज कराने वाले मरीजों की संख्या का ब्यौरा भी मुख्य चिकित्सा अधिकारी से मांगा जिस पर उन्होंने निजि चिकित्सालयों द्वारा मरीजों की संख्या का ब्यौरा उपलब्ध न कराये जाने की बात कही। इस पर मंत्री ने जिलाधिकारी, मुख्य चिकित्साधिकारी को आइएमए से समन्वय बनाकर सभी छोटे-बड़े निजी चिकित्सालयों को दैनिक रूप से दिनभर के डेंगू मरीजों का लिखित ब्यौरा उपलब्ध कराने के आदेश जारी करने की बात कही। उन्होंने कहा कि यदि कोई निजी चिकित्सालय ऐसा नहीं करता है तो वह अवगत कराये कि उनके यहां डेंगू के मरीजों का इलाज नहीं किया जा रहा है। ऐसा नहीं करने वाले चिकित्सालयों पर कार्रवाई की जाये। मंत्री मदन कौशिक ने डेंगू की रोकथाम व बचाव के लिए किये गये उपायों की जानकारी भी मांगी।
मुख्य चिकित्साधिकारी ने अवगत कराते हुए बताया कि सभी विद्यालयों और खण्ड शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वह विद्यालय में होने वाली एसेम्बली में प्रार्थना के बाद छात्रों को डेंगू के कारणों और बचाव के प्रति जागरूक करने के लिए जिलाधिकारी और स्वास्थ्य विभाग की ओर से दिये गये दिशा निर्देशों में घरों के आस-पास व घर में रखे गमलों, कूलरों, बर्तनों, टायर व नारियल के खोल आदि में साफ पानी एकत्र न होने देने की जानकारी छात्रों को अनिवार्य रूप से पढ़कर सुनायें ताकि सभी छात्रों के माध्यम से संदेश घरों तक पहुंच सके।
नगर निगम तथा नगर पालिकाओं द्वारा डेंगू के लार्वा तथा मच्छरों से किये जाने वाले फॉगिंग तथा लार्वा नाशक दवाओं के छिड़काव की स्थिति की जानकारी नगर आयुक्त अशोक पाण्डेय से ली। जिस पर उन्होंने बताया कि सभी वार्डों में पार्षदों के माध्यम से फॉगिंग कराये जाने का कार्य कराया जा रहा है। सफाई नायक वार्डों में नैपसैक के माध्यम से दवा का छिड़काव करा रहे हैं। ग्रामीण निकायों से मशीन और दवा छिड़काव की स्थिति भी मंत्री ने ली। जिस पर सभी ग्रामीण निकायों के ईओ ने पर्याप्त मशीनें न होने की बात कही। मंत्री ने मशीनें क्रय करने के लिए फण्ड जिलाधिकारी व विधायकों के माध्य से प्राप्त करने के निर्देश जिला मुख्य विकास अधिकारी को दिये। यदि निकाय क्षेत्र से सम्बंधित विधायक किसी कारण एक लाख की धनराशि देने में असमर्थ होंगे तो मशीन क्रय का कुल बजट मंत्री मदन कौशिक ने स्वयं वहन करने की बात कही।
जिला चिकित्सालय से डेंगू मरीजों को रेफर कर दिये जाने की लगातार सूचना मिलने को गम्भीरता से लेते हुए कैबिनेट मंत्री ने मुख्य चिकित्साधिकारी तथा स्वास्थ्य विभाग को डेंगू केस में ब्लड बैंक की स्थिति की जानकारी ली। ब्लड बैंक में प्लेटलेट्स सैपरेटर युनिट का जिले के मरीजों के हित में सही ढंग से प्रयोग करने की नसीहत भी कैबिनेट मंत्री ने दी। उन्होंने कहा कि मशीन को मात्र शो केस न बनायें और जो काम यह मशीन जौलीग्रांट में कर सकती है वह काम स्थानीय मरीजों के इलाज के लिए स्वास्थ्य विभाग यहां भी करे। जिला अस्पताल मरीजों को रैफर करने की औपचारिकता तक सीमित न रहे।