अब तक ऐसी कहानी सिर्फ फिल्मो में देखी जाती थी पर यह अब सच का सामना एक महिला कर रही है। चकराता के गांव मलेथा(भेवना) निवासी विधवा फिको देवी को मृत दर्शाकर समाज कल्याण विभाग ने पेंशन बन्द कर दी है। अब वो अपने जिन्दा होने के सबूत अफसरों को दिखाकर पेंशन की गुहार लगा रही है। मृत होने का महिला को तब पता चला जब वह देहरादून पहुंचकर एडीएम प्रशासन हरवीर सिंह के कार्यलय पहुंची। वहां उनको जानकारी मिली कि किसी ने उनका मृत प्रमाण पत्र लगाया हुआ है जिसके चलते उनकी पेंशन बंद कर दी गई है। फरवरी 2011 से उनकी पेंशन बंद कर दी गई थी। तब से वह पेंशन शुरू कराने को वो अफसरों के चक्कर काट रही है, लेकिन इसे विभाग की उदासीनता ही कहेंगे कि इतना सब कुछ पता चल जाने पर भी महिला की पेंशन बहाल नहीं की गई है। उन्होंने अपना खाता संख्या से लेकर नवम्बर में बनवाया आधार कार्ड भी एडीएम को पेश किया। हांलाकि एडीएम ने महिला से लिखित में शिकायत लेकर समाज कल्याण अफसरों को तत्काल उसकी समस्या का समाधान का निवारण करने को कहा है। साथ ही ग्राम सभा के ग्राम विकास अधिकारी दिनेश उपाध्याय ने बताया कि जन्म या मृत्यु प्रमाण पत्र ग्राम विकास अधिकारी के स्तर से ही जारी किया जाता है। उन्होंने यह भी कहा कि उन्होने नवम्बर 2014 में चार्ज लिया था। यह मामला उनसे पूर्व का है। यदि मृत्यु का गलत प्रमाण पत्र जारी हुआ है तो उसे दुरस्त कर पीड़ित महिला को पेंशन चालू कराई जायेगी।