हरिद्वार, पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन के कोठारी महंत मोहनदास के लापता होने के एक माह बाद भी पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला। जांच टीम के हाथ खाली हैं। वहीं एसएसपी का कहना है कि इस मामले की तफ्तीश चल रही है। जल्द ही खुलासा किया जाएगा।
ज्ञात हो कि 15 सितम्बर की रात्रि कोठारी महंत मोहनदास महाराज हरिद्वार से लोकमान्य तिलक ट्रेन से मुंबई इलाज कराने के लिए निकले थे। रास्ते में संदिग्ध परिस्थितियों में वे लापता हो गए। तब से आज तक महंत का कोई सुराग नहीं लगा। पुलिस की टीम भोपाल, मुम्बई, नेपाल, दिल्ली, उत्तर प्रदेश आदि की लगातार खाक छान रही है। इसके बावजूद हाथ खाली है।
स्थानीय एसआईटी के बाद प्रदेशस्तरीय एसआईटी का गठन किया गया। उत्तराखण्ड के साथ उत्तर प्रदेश की एसआईटी ने मिलकर महंत की खोज की, तब भी महंत मोहनदास का कुछ नहीं पता चला। इस दौरान संतों के दबाव में मुख्यमंत्रती समेत कई अन्य मंत्रियों ने भी महंत को शीघ्र ढूढ़ लाने का आश्वासन दिया, मगर एक माह बाद भी जांच टीम कोई सुराग नहीं लगा पाई है।
हरिद्वार के एसएसपी कृष्ण कुमार बीके ने इस संबंध में बताया कि, “मामले में उत्तराखण्ड एसआईटी और उत्तर प्रदेश एसआईटी पूरी तन्यमयता से कई कोणों पर काम कर रही है। जल्दी ही इस मामले का खुलासा किया जाएगा। पुलिस भी इस दिशा में प्रयासरत है और इस संभावना पर भी छानबीन की जा रही है कि कहीं महंतजी अज्ञातवास में न चले गए हों।”