केवी एफआरआई को बंद होन से रोकने के लिए अभिवावक लगा रहे एड़ी चोटी का ज़ोर

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देहरादून के के.वी एफ.आर.आई का मामला अब केवल देहरादून तक नहीं रहा इसको बंद होने से रोकने के लिए अभिवावक ऐड़ी चोटी का ज़ोर लगा रहें हैं।बीते दिनों देहरादून विधानसभा कैंट क्षेत्र के प्रत्याशी ने के.वी. में जाकर अभिभावकों की परेशानी से रुबरु हुए। उसके बाद अभिभावकों ने दिल्ली जाकर टिहरी सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह से मुलाकात की और स्कूल को बंद होने से बचाने के लिए गुहार लगाई।

आपको बता दें कि आई.सी.एफ.आर.ई ने स्कूल में दिए जा रहे फंड को 24 प्रतिशत कम कर दिया है, जिसका कारण बाहर के बच्चों का स्कूल में दाखिला कराना है।इस बंदी का मुख्य कारण यह दिया गया कि यह विद्धालय मुख्य रुप से एफ.आर.आई के बच्चों,आई.सी.एफ.आर.ई और इससे जुड़े दूसरे संगठने के बच्चों के लिए है।कुल 1400 दाखिला लेने वाले बच्चों में,.389 बच्चे कर्मचारियों के हैं।इसके अलावा, नियमों के अनुसार आंशिक फंडिंग का कोई नियम नहीं है, या तो आई.सी.एफ.आर.ई इसको प्रोजेक्ट सेक्टर स्कूल की तरह फंड करेगा,या स्कूल को सिविल सेक्टर की श्रेणी में डाला जाएगा और उसकी फंडिंग केंद्रीय विद्धालय संगठन करेगा।

इस मसले पर कैंट विधानसभा क्षेत्र के प्रत्याशी सूर्यकांत धस्माना ने प्रधानाचार्य चारू से मुलाकात की व स्कूल के संचालन में आ रही परेशानी के बारे में जाना।शर्मा ने कांग्रेस उपाध्यक्ष को बताया कि के.वी. एफ.आर.आई स्कूल केन्द्रीय विद्यालय संगठन एवं एफ.आर.आई के बीच हुए एक अनुबन्ध के तहत प्रोजेक्ट स्कूल के रूप में संचालित हो रहा है, जिसके तहत एफ.आर.आई स्कूल को वित्त पोषित कर रहा है, किन्तु पिछले वर्ष एफ.आर.आई बोर्ड ऑफ गर्वनेन्स द्वारा एक प्रस्ताव कर स्कूल को केवल 24 प्रतिशत वित्तपोषित करने का प्रस्ताव किया है, जिसके कारण स्कूल संचालन में परेशानी आयेगी व स्कूल को बन्द करना पड़ेगा । जिसकी वजह से इस आगामी सत्र के लिए पहली व छठी कक्षा के लिए प्रवेश प्रक्रिया बन्द कर दी गई है। धस्माना ने स्कूल गेट में एकत्रित बच्चों के अभिभावकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि वे शीघ्र ही दिल्ली जाकर वन एवं पर्यावरण मंत्री से मुलाकात कर समस्या के समाधान का प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि अगर आवश्यकता पड़ी तो वे अभिभावकों एवं जनता के साथ मिलकर आन्दोलन करेंगे। धस्माना ने कहा कि स्कूल को बचाने के लिए वे हर संभव प्रयास करेंगे । स्कूल गेट पर छात्रों सहित उनके अभिभावक बड़ी संख्या में मौजूद थे । एक अभिभावक का कहना था कि सभी अभिभावक अपने स्तर से कई प्रयास किये लेकिन अभी तक सफलता नहीं मिली । मामला केवल यहां तक नहीं रहा इस मसले पर आल इंडिया पेरेंट्स एसोसिएशन ने यूनियन मिनिस्ट्री आफ हृयूमन रिर्सोसेस को पत्र लिखकर भी अवगत कराया है। देहरादून स्थित केन्द्रीय विद्यालय एफ.आर.आई में पढने वाले बच्चों के अभिभावकों के प्रतिनिधिमंडल ने दिल्ली में टिहरी सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह से मुलाकात की। टिहरी सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह ने इस मामले को मानव संसाधन विकास मंत्रालय मंत्री के सामने रखने का भरोसा दिया है। यंहा तक उन्होंने ट्वीट के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी इस समस्या से अवगत कराने के साथ, इसका हल निकालने का भी अनुरोध किया था।