डाक्टरों के बाद अब दून अस्पताल में नर्सों और पेरामेडिकल स्टॉफ के ट्रांसफर कर दिए गए हैं। शासन ने कुल 40 ट्रांसफर दून अस्पताल से किए हैं। जिनमें से 25 नर्स हैं। पहले से स्टाफ की भारी कमी से जूझ रहे दून अस्पताल में नए स्थानांतरण मरीजों को परेशानी में लाने वाले है।
दून अस्पताल से नर्सों के ट्रांसफर इस समय मरीजों पर भारी पड़ेंगे, क्योंकि अन्य अस्पतालों में रिलीव होने वाले स्टाफ के बदले नया स्टाफ आएगा, लेकिन दून अस्पताल में जाने के बाद कोई नया नहीं आएगा। क्योंकि ट्रांसफर किया गया स्टाफ स्वास्थ्य विभाग के तहत आता है। जबकि दून अस्पताल में अब नया स्टाफ चिकित्सा शिक्षा के जरिये आएगा। इसकी प्रक्रिया में अभी समय लगेगा।
इसलिए ट्रांसफर की जानकारी मिलते ही राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. प्रदीप भारती गुप्ता ने निदेशक चिकित्सा शिक्षा से वार्ता कर तब तक के लिए नर्सों की रिलीविंग रोकने का आग्रह किया है, जब तक नया स्टाफ न आ जाए। प्राचार्य डॉ. पीबी गुप्ता ने बताया कि इसे लेकर शासन से भी आग्रह किया गया है कि अभी दून अस्पताल के स्टाफ का ट्रांसफर न किया जाए।