पीसीबी के छापे, चार प्रतिष्ठान सील

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प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम ने शुक्रवार को दादूपुर-सलेमपुर में दो दर्जन से अधिक कारोबारियों के प्रतिष्ठानों की जांच पड़ताल की। प्रदूषण नियंत्रण मानकों के उल्लंघन में चार प्रतिष्ठानों को सील कर दिया गया। छापेमारी की भनक लगते ही कई कारोबारी प्रतिष्ठान बंद कर भागे निकले।

टीम ने सिडकुल की कुछ बड़ी कंपनियों को भी चिह्नित किया है जो अनधिकृत डीलरों को स्क्रैप मुहैया कराते थे। इन्हें नोटिस देने की तैयारी चल रही है। आमजन की शिकायत पर जिलाधिकारी दीपक रावत ने दादूपुर स्थित एल्यूमीनियम गोदाम पर छापेमारी कर इसे सीज कर दिया था। लापरवाही पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सहायक अभियंता अनुराग नेगी को फटकार लगाई थी। उन्होंने स्क्रैप कारोबारी गुजरात निवासी आलम को तीन रोज के भीतर जले प्लास्टिक कचरे को साफ कर भूमि को साफ करने को कहा था। उन्होंने एसडीएम मनीष कुमार सिंह को इन कारोबारियों को स्क्रैप मुहैया कराने वाली कंपनियों को चिह्नित कर कार्रवाई को भी निर्देशित किया था।

डीएम की फटकार पर क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड हरकत में आया। प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी डॉक्टर प्रदीप जोशी के नेतृत्व में टीम ने दादूपुर, सलेमपुर स्थित 28 प्रतिष्ठानों की जांच पड़ताल कर छापेमारी की। कार्रवाई की भनक लगते ही कई मौके से भाग निकले। टीम ने प्लास्टिक स्क्रैप को भट्ठियों में गलाकर एल्यूमीनियम निकालने वाले चार गोदाम को सील कर दिया। डॉक्टर जोशी ने बताया कि इनमें दो प्रतिष्ठानों में एल्यूमीनियम गलाने का कार्य किया जाता था। जबकि एक में प्लेटिंग और एक अन्य में कैमिकल का भंडारण मिला।

डॉक्टर जोशी ने बताया कि, “इन ट्रेडर्स को स्क्रैप मुहैया कराने वाली सिडकुल की कुछ नामी गिरामी कंपनियों को भी चिह्नित किया गया है। इनमें हिंदुस्तान यूनिलीवर, आइटीएसी, विप्रो, मोटेंज जैसी कंपनी भी शामिल हैं। अनधिकृत स्क्रैप डीलरों को स्क्रैप बेचने के मामले में इन्हें नोटिस देने की भी तैयारी चल रही है।”