तीर्थनगरी के सभी मंदिरों के कपाट सोमवार को दोपहर में ही बंद कर दिए गए। अब मंदिरों के कपाट मंगलवार की सुबह खुलेंगे। विदित हो कि सोमवार को चन्द्र ग्रहण होने के कारण और चन्द्र ग्रहण का सूतक काल ग्रहण से नौ घंटे पूर्व लग जाने के कारण तीर्थनगरी के तमाम मंदिरों के कपाट दोपहर डेढ़ बजे बंदकर दिए गए। मंदिरों में कपाट बंद करने से पूर्व भगवान की आरती कर उनको शयन करवा दिया गया। शाम की गंगा आरती भी दोपहर करीब एक बजे कर मंदिरों के कपाट बंदकर दिए गए।
मान्यता है कि ग्रहण काल व ग्रहण के सूतक काल में मंदिरों का खोला जाना निषेध बताया गया है। यही कारण रहा कि सभी मंदिरों में दोपह डेढ़ बजे से पूर्व आरती कर भगवान को शयन करवाकर मंदिरों के कपाट बंदकर दिए गए। मंदिरों के कपाट सूतककाल लगने से पूर्व बंद होने के कारण शिवालयों में जलाभिषेक के लिए भारी भीड़ रही।