डीपी सिंह के लिए कोर्ट के बाहर खुफिया पुलिस

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रुद्रपुर-एनएच 74 मुआवजा घोटाले में एसआईटी ने पूर्व एसएलएओ डीपी सिंह को मुख्य आरोपी बनाया है। मंगलवार को सादा कपड़ों में एसआईटी व खुफिया विभाग की टीम जिला एवं सत्र न्यायालय में घेराबंदी किए रही। एसआईटी को यह सूचना मिली थी कि डीपी सिंह आज समर्पण के लिए आवेदन कर सकते हैं। एक पीसीएस अफसर समेत आठ लोगों की गिरफ्तारी के बाद एसआईटी ने अब डीपी सिंह की तलाश तेज कर दी है। उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट भी हासिल करने की तैयारी है।

एसआईटी ने गत दिवस निलंबित पीसीएस अफसर भगत सिंह फोनिया,  पूर्व तहसीलदार मदन मोहन पलडिय़ा, रिटायर तहसीलदार मोहनलाल, संग्रह अमीन अनिल कुमार, रामसमुझ, स्टांप विक्रेता जीशान सिद्दीकी, किसान ओमप्रकाश व चरन सिंह को करोड़ों के मुआवजा घोटाले में गिरफ्तार कर लिया था। एसआईटी ने घोटाले में डीपी सिंह को मुख्य आरोपी बनाया है। एसआईटी की टीम सादा कपड़ों में न्यायालय के बाहर डटी रही। एसआईटी को यह खबर मिली थी कि आज डीपी सिंह समर्पण के लिए आवेदन कर सकते हैं। हालांकि खबर लिखे जाने तक श्री सिंह की ओर से आत्म समर्पण के लिए कोई आवेदन नहीं किया गया। उधर, एसआईटी की टीमें डीपी सिंह के संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। सूत्रों ने बताया कि उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट हासिल करने की कोशिश की जा रही है।

सूत्रों ने बताया कि अभी कई और किसान एसआईटी के रडार पर हैं। उनकी तलाश की जा रही है। अभी कई अन्य अफसरों की गिरफ्तारी की जानी है। बाजपुर, गदरपुर, किच्छा व रुद्रपुर के दस्तावेजों की जांच अब एसआईटी कर रही है। इसमें अन्य कई पूर्व एसएलएओ भी फंस सकते हैं।