हरिद्वार, कनखल के किराना कारोबारी व प्रॉपर्टी डीलरों को कुख्यात सुनील राठी द्वारा धमकी दिए जाने की घटना क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है। सवाल यह कि आखिर कारोबारियों के मोबाइल नम्बर जेल में सुनील राठी तक पहुंचे कैसे? पुलिस इस मामले की जांच में जुटी हुई है। जेल में बैठकर कारोबारियों को धमकी देने के मामले का खुलासा करीब एक वर्ष बाद हुआ है, जिसके बाद से पुलिस महकमें में हडकंप मचा है, पुलिस कुख्यात के नेटवर्क को पूरी तरह से ध्वस्त करने के काम में जुट गई है।
कनखल के किराना कारोबारी रामप्रकाश, प्रापर्टी डीलर प्रद्युम्न अग्रवाल व रियल स्टेट के कारोबार से जुड़े एक कांग्रेसी नेता को सुनील राठी द्वारा चौथ वसूल की धमकी दी गई थी। सुनील राठी के आतंक से परेशान कारोबारियों ने अपना मुह बंद रखा। अब मामले का खुलासा होने के बाद सभी में खलबली मची हुई है। जेल में बंद सुनील राठी तक कारोबारियों के मोबाइल नम्बर कैसे पहुंचे।
पुलिस के अनुसार, सुनील राठी तक नम्बर पहुंचाने वाले के भी कारोबारियों से मधुर संबंध बताए जा रहे हैं। एसएसपी कृष्ण कुमार वीके ने बताया कि, “मामले की प्रत्येक कड़ी पर बारीकी से जांच की जा रही है, कारोबारियों के नम्बर सुनील राठी तक किसने पहुंचाए और उसका सुनील राठी से क्या संबंध है, इस मामले का शीघ्र पता लगा लिया जाएगा।”