देहरादून, प्रदेश की महिला नीति बनाने की दिशा में राज्य महिला आयोग ने कवायद तेज कर दी है। आयोग द्वारा महिला नीति के 17 बिंदुओं को लेकर अस्थाई ड्राफ्ट तैयार किया है। आयोग ने विभिन्न क्षेत्रों के बुद्धिजीवियों की 15 सदस्यीय समिति का गठन भी कर दिया है। ये समिति प्रदेशभर से एकत्र होने वाले सुझावों से अंतिम ड्राफ्ट तैयार करेगी।
सोमवार को नंदा चौकी स्थित राज्य महिला आयोग कार्यालय में हुई महत्वपूर्ण बैठक में आयोग की अध्यक्ष सरोजनी कैंतुरा ने महिला नीति का ड्राफ्ट तैयार करने के लिए 15 सदस्यीय समिति का गठन किया है। इसमें शिक्षा, विधि, चिकित्सा, कानूनविद् एवं स्वास्थ्य, समाजसेवा समेत अन्य क्षेत्रों के बुद्धिजीवियों को सदस्य बनाया है। ताकि सभी के अनुभवों को ड्राफ्ट में शामिल किया जा सके। आयोग की सचिव रमिंद्री मंद्रवाल ने कहा कि उन्होंने महिलाओं से जुड़े 17 अहम बिंदुओं पर एक कच्चा मसौदा तैयार किया है। अब प्रदेशभर से महिला नीति को लेकर आम जनता से 15 दिसंबर तक रचनात्मक सुझाव मांगे जाएंगे। इसके बाद 15 सदस्यीय समिति उन सुझावों से एक अंतिम ड्राफ्ट तैयार करेगी। इस ड्राफ्ट को महिला आयोग राज्य सरकार के समक्ष प्रस्तुत करेगा और फिर इसे कानूनी रूप देने के लिए वैधानिक प्रक्रिया शुरू की जा सकेगी।
आम आदमी की भागीदारी जरूरी
आयोग की सचिव मंद्रवाल ने कहा कि 15 दिसंबर तक कोई भी आम व्यक्ति महिला सुरक्षा एवं अन्य समस्याओं को लेकर नंदा चौकी स्थित महिला आयोग कार्यालय में दे सकता है। जो भी रचनात्मक सुझाव होंगे, उसे नीति में शामिल करेंगे।
पहाड़ी क्षेत्रों में कर रही भ्रमण
आयोग की अध्यक्ष सरोजनी कैंतुरा पिछले सप्ताह अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ जैसे दुर्गम राज्यों के दूरस्थ गांवों का भ्रमण कर महिलाओं की समस्याएं जानीं। अब आयोग की अध्यक्ष गढ़वाल के पहाड़ी क्षेत्रों में भी भ्रमण करेंगी और सुझाव एकत्र करेंगी।