प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के देहरादून दौरे को लेकर मंगलवार दिनभर देहरादून का सियासी माहौल काफी गर्म रहा। मौसम चुनावों का है और मौका था एक मंच पर प्रधानमंत्री समेत सारे प्रदेश के बीजेपी नेता और मुख्यमंत्री हरीश रावत के साथ होने का। इस मौके पर मोदी ने भी अपने “मन की बात” परेड ग्राउंड में मौजूद जनसमूह से खुल कर की। मौजूद विशाल जनसमूह को संबोधित करते हुए सबसे पहले मोदी ने नोटबंदी पर बात की, मोदी ने कहा कि
- जबसे नोटबंदी की है तबसे बेईमान पकड़े जा रहे हैं। देश के ग़रीबों ने देश में चल रहे इस सफ़ाई अभियान में उनका भरपूर साथ दिया है।
- कुछ मुट्ठी भर बेईमानों ने ईमानदारों को दबा रखा है और मैं उनकी लड़ाई लड़ रहा हूँ।
- राज्य में मौजूद फ़ौजी वर्ग को देखते हुए मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने लंबे समय से ठंडे बस्ते में पड़े ओआरओपी को लागू करवाया है।
- पलायन के मुद्दे पर बोलते हुए मोदी ने कहा कि आने वाले समय में पहाड़ का पानी और पहाड़ की जवानी दोनों ही यहां के काम आयेंगे।
- मोदी ने चारधाम सड़क विकास परियोजना को केदारनाथ आपदा में मारे गये लोगों को समर्पित किया।
- राज्य में रोज़ाना हो रही घोषणाओं पर बोलते हुए मोदी ने हरीश रावत पर निशाना साधा और कहा कि जनता भी जानती है कि बिना पैसे में क कोई योजना पूरी नहीं होती सिर्फ़ घोषणाओं ही होती हैं।
- मोदी ने कहा कि कार्यकर्ता के रूप में उन्होने प्रदेशों में काम किया है और वो राज्यों की समस्याओं से वाक़िफ़ हैं।
- उन्होने राज्य की जनता का आभार व्यक्त किया कि उसने उन्हें देश का चौकीदार बनाया है और यक़ीन दिलाया कि वो काम पूरी मेहनत से कर रहे हैं।
भाषण की शुरूआत में मोदी ने चुटकी लेते हुए कहा कि जब मैं 2014 में यहाँ आया था तब मैदान ख़ाली सा था और आज सर ही सर नज़र आ रहे हैं, इसका मतलब आप लोग भी मेरी सरकार के समर्थन मे हैं।
इस दौरे को लेकर पहले ही सूबे के मुख्यमंत्री हरीश रावत बीजेपी और मोदी पर वार कर चुके हैं। रावत ने आरोप लगाया था कि मोदी का या दौरा महज़ चुनावी खाना पूर्ती है। रावत ने कहा था कि चारधाम डेवेलपमेंट येजना कोई नई बात नही है और ये यूपीए के समय की परियोजना है जिसका महज़ कवर बदल कर बीजेपी चुनावी माहौल में फायदा उठाने की कोशिश कर रही है। साथ ही उन्होने सीडी कांड में केंद्र द्वारा सीबीआई का दुरुपयोग करने का भी आरोप लगाया था।
इस मौके पर देनें ही दलों द्वारा जमकर होर्डिंग और पोस्टर बाजी करी। जहां बीजेपी के सभी नेताओं ने राष्ट्रीय नेताओं के सामने अपनी समर्थकों की ताकत दिखाने के लिये तकरीबन सारे शहरे को होर्डिंग पोस्ट्रों से पाट रखा था वहीं कांग्रेस ने भी हाल ही में सहारा डायरी मामले में होर्डिंग लगाकर प्रधानमंत्री से जवाब मांगा।
माहौल चुनावी है औऱ मामला राज्य की राजधानी में अपना दमखम दिखाने का था इसलिये दोनों ही दलों ने कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। लेकिन जो माहौल आज रहा उसे देख कर ये साफ है कि आने वाले दिनों में चुनावी रण और घमासान होने वाला है।