चम्पावत जिले में राजकीय पॉलीटेक्निक कॉलेज का निर्माण विगत छह माह से बजट के अभाव में लटका हुआ है। वर्तमान में कॉलेज नगर पालिका के चंद कमरों में चल रहा है। कॉलेज निर्माण कार्य न होने से बच्चों का भविष्य अंधकार में बना हुआ है।
राजकीय पॉलीटेक्निक कॉलेज गौरलचौड़ मैदान के पास कई सालों से नगर पालिका के चंद कमरों में चल रहा है। कॉलेज में एक ट्रेड चल रहा है, जिसमें 40 बच्चे पढ़ रहे हैं। कांग्रेस सरकार में कॉलेज निर्माण की घोषणा हुई। कोतवाली के पास करीब एक साल पूर्व करीब पांच करोड़ की लागत से कॉलेज का निर्माण कार्य भी शुरू हुआ। निर्माण कार्य का जिम्मा उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम को सौंपा गया। मगर विगत छह माह से कॉलेज का निर्माण लटका हुआ है। कारण कि शासन ने अभी तक बजट स्वीकृत किया है। कार्यदायी संस्था को अब तक करीब पौने दो करोड़ का बजट मिला है। बजट के लिए संस्था कई बार शासन से डिमांड कर चुकी है लेकिन सरकार बदलने के बाद अभी तक बजट रिलीज नहीं हुआ है। कॉलेज निर्माण न होने से बच्चों का भविष्य अंधकार में बना हुआ है।
नए भवन में नए ट्रेड खोलने के लिए कॉलेज में रखे उपकरण धूल फांक रहे हैं। धीरे-धीरे कर वह अब खराब भी होने लगे हैं। जगह न होने के कारण कॉलेज प्रशासन इन उपकरणों का उपयोग नहीं कर पा रहा है। छात्रों को भी इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है।