सिल्ट आने से उत्तराखंड की चार परियोजनाएं बंद

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लगातार हो रही बारिश के कारण भगीरथी समेत सभी नदियों में सिल्ट की मात्रा बढ़ जाने से प्रदेश की चार परियोजनाएं बंद हो गई हैं। इनमें मनेरी भाली प्रथम, द्वितीय, छिबरों व खोदरी परियोजनाओं से विद्युत उत्पादन पर रोक लग गई है।ऊर्जा निगम के मुख्य अभियंता एवं मीडिया प्रभारी एके सिंह के अनुसार, मनेरी भाली प्रथम व द्वितीय सोमवार की रात्रि से बंद है। जबकि छिबरों व खोदी जल विद्युत गृह मंगलवार दोपहर से बंद हो गये। निगम के मुताबिक, परियोजनाओं के बंद होने से लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। मनेरी बैराज के ईई हरीश डपोला ने बताया कि रविवार से उत्तरकाशी में रुक-रुककर बारिश हो रही है। बारिश से भगीरथी नदी समेत अन्य सहायक नदियां और नाले उफान पर हैं। भगीरथी में सिल्ट की मात्रा बढ़ने से मनेरी भाली प्रथम परियोजना के बैराज से वाटर डिस्चार्ज 406 तथा सिल्ट की मात्रा 4600 पार्टिकल पर मिलियन (पीपीएम) पर पहुंचने पर विद्युत उत्पादन बंद करना पड़ा।रविवार रात 10 बजे से लेकर मंगलवार शाम पांच बजे तक इस परियोजना में उत्पादन पूरी तरह से ठप रहा है। बीते सोमवार की शाम छह बजे केवल दो घंटे के लिए सुचारु हुआ था। सोमवार की रात को बारिश होने से सिल्ट बढ़ गई थी। इस परियोजना की उत्पादन क्षमता 90 मेगावाट है। वहीं सिल्ट के कारण मनेरी भाली द्वितीय परियोजना में सोमवार रात 11 बजे विद्युत उत्पादन बंद कर दिया गया। इस परियोजना की क्षमता 304 मेगावाट की है। जोशियाड़ा बैराज से वाटर डिस्चार्ज 555.13 तथा सिल्ट की की मात्रा 4800 पार्टिकल पर मिलियन (पीपीएम) पर पहुंचने पर विद्युत उत्पादन बंद करना पड़ा। इस परियोजना में करीब 19 घंटे तक उत्पादन ठप रहा।