आपातकालीन स्वास्थ्य सेवा 108 एंबुलेंस के इंतजार में प्रसव पीड़िता एक घंटे तक सड़क पर तड़पती रही। आखिरकार नगर पालिका के कूड़ा वाहन से उसे अस्पताल पहुंचाया गया। तब जाकर उसे प्रसव कराया जा सका।
मामला चमोली जिला मुख्यालय से सटे हल्दापानी इलाके का है। देवेंद्र फर्सवाण की पत्नी संगीता को देर शाम करीब आठ बजे प्रसव पीड़ा हुई। इस पर परिजनों ने आपातकालीन सेवा 108 से संपर्क किया तो उन्हें बताया गया कि वह सड़क मार्ग पर पहुुंचें, वहां वाहन भेजा जा रहा है। पैदल रास्ते से होते हुए संगीता की बहन सीमा और परिजन प्रसव पीडि़ता को लेकर सड़क मार्ग तक पहुंचे। करीब एक घंटा इंतजार के बाद भी 108 का वाहन नहीं पहुंचा।
कूड़ागाड़ी से परिजन लाए अस्पताल
गर्भवती की तबीयत बिगड़ती देख परिजनों के हाथ-पांव फूल गए। तभी नगरपालिका का कूड़ा वाहन उधर से गुजरा। परिजनों के अनुरोध पर वाहन चालक प्रदीप तिवारी ने गर्भवती को कूड़ा वाहन से जिला चिकित्सालय पहुंचाया। समय रहते उपचार दिला डाक्टरों ने पीड़िता का सुरक्षित प्रसव कराया। डाक्टरों ने अनुसार जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। इस संबंध में संपर्क करने पर 108 के क्षेत्र के प्रबंधक यशवंत सिंह ने बताया कि प्रसव पीड़िता को लेने के लिए चमोली से वाहन को आना था, लेकिन वाहन दूसरे मरीज को लेने गया था, समय पर न लौट पाने की वजह से पीडि़ता को लेने वाहन समय पर नहीं पहुंच पाया। इस संबंध में जिले के मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. भागीरथी जंगपांगी ने बताया कि अभी तक लिखित शिकायत नहीं मिली है। शिकायत मिलती है तो 108 सेवा की लापरवाही पर जांच के बाद कार्रवाई होगी।