रुद्रपुर, मुख्यमंत्री ने तराई के संस्थापक महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पंडित रामसुमेर शुक्ल की प्रतिमा पर माल्यार्पण करके उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस दौरान पंडित शुक्ल की स्मृति में आयोजित प्रतिभा सम्मान कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि लचीली नजूल नीति तैयार करेंगे, ताकि लोगों को उसका लाभ मिल सके। कहा कि एनएच घोटाले की जांच वह सीबीआई से कराना चाहते थे, लेकिन सीबीआई ने जांच करना स्वीकार नहीं किया। इसलिए सरकार ने समानान्तर जांच कराई और आज दो पीसीएस अफसरों समेत दस लोग जेल में हैं।
श्री रावत ने कहा कि सरकार के आठ महीने पूरे होने जा रहे हैं। हमने पहला निशाना भ्रष्टाचार पर किया। ऊधमसिंह नगर में एनएच 74 में मुआवजा घोटाला हुआ और बिहार के चारा घोटाले की तर्ज पर खाद्यान्न घोटाला हुआ। उन्होंने आरएफसी को बर्खास्त किया तथा तमाम अधिकारियों को स्थानांतरित किया। वह गरीबों का हक किसी को नहीं छीनने देंगे। कहा कि एनएच घोटाले में हमने सीबीआई जांच की मांग की थी, लेकिन सीबीआई ने जांच स्वीकार नहीं की, जिस कारण उन्होंने समानांतर जांच कराई।
जांच अभी जारी है। जो भी दोषी होंगे वह जेल जरूर जाएंगे। सरकार संस्थागत भ्रष्टाचार को रोक रही है। कहा कि वह विकास करना चाहते हैं। जनता सरकार पर भरोसा रखे, हम भ्रष्टाचार की कालिख से साफ निकलेंगे। हम सिंगल विंडो सिस्टम लागू कर रहे हैं, ताकि जनता को भटकना न पड़े।