प्रधानमंत्री की जनसभा और राहुल के रोड शो पर उठे सवाल

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राजनीति में आरोप प्रत्यारोप लगना आम बात है लेकिन प्रधानमंत्री की जनसभा पर ही सवाल उठाना एक विशेष प्रकरण है जो कांग्रेस ने उठाया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विजय संकल्प रैली की अनुमति के मामले में हरिद्वार प्रशासन पूरी तरह सवालों के घेरे में आ गया है। जहां कांग्रेस ने भाजपा को घेरते हुए प्रधानमंत्री की रैली पर सवाल उठाए हैं वहीं भाजपा ने भी अब हरिद्वार प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं।

पूर्व मुख्यमंत्री एवं हरिद्वार सांसद डा. रमेश पोखरियाल निशंक ने कांग्रेस के इस प्रश्न पर नहले पर दहला जड़ते हुए कहा है कि यदि अनुमति नहीं थी तो जिलाधिकारी ने रैली की व्यवस्थाएं कैसे की। वैसे इस मामले पर पहले ही मुख्य निर्वाचन अधिकारी की और से चूक मानी जा चुकी है और मामला बढने पर निश्चित रूप से कुछ अधिकारियों पर इसकी गाज गिर सकती है। उल्लेख करना होगा कि रैली को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते 10 फरवरी को संबोधित किया था।


हरिद्वार के ऋषिकुल मैदान में आयोजित इस विजय संकल्प रैली के बारे में कहा जा रहा है कि प्रधानमंत्री की जनसभा के लिए अनुमति नहीं ली गई जबकि रैली के लिए मैदान की अनुमति ऋषिकुल विद्यापीठ से जरूर ली गई थी। सूत्र बताते हैं कि जिला निर्वाचन अधिकारी से इस रैली की अनुमति नहीं ली गई थी। मुद्दा उठने के बाद अब भाजपा जिलाध्यक्ष को नोटिस जारी किया है जिसे कांग्रेस ने मुद्दा बना लिया है।


इस मुद्दे के बाद जब कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने देर रात तक रोड़ शो किया। देर रात किए गए इस रोड़ शो पर भाजपा हमलावर हो गई और कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाए। इस पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने भेद-भाव का आरोप लगाते हुए कार्यवाही की मांग उठायी थी। राज्य की मुख्य निर्वाचन अधिकारी राधा रतूड़ी ने भी इसे रिटर्निंग अ फसर लेवल से चूक माना है।