इन दिनों पूरा उत्तराखंड मौसम की मार झेल रहा है, पहाड़ो से लेकर मैदानों तक पानी ही पानी देखने को मिल रहा है ऐसे में मैदानी इलाकों में बाढ़ का खतरा भी मंडराने लगा है, तीर्थनगरी ऋषिकेष में गंगा का जलस्तर वर्निन्ग लेवल को पार कर बह रहा है, जिससे गंगा के किनारे रह रहे लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है
उत्तराखंड में मोसम विभाग की चेतावनी बिल्कल सटीक बैठी है, ऋषिकेश -देहरादून समेत उत्तराखंड के ज्यादा तर हिस्सों में दो दिनों से हो रही तेज बारिश से जन जीवन को अस्त-व्यस्त कर दी है। पहाड़ों ओर मैदानों पर आसमानी आफत इस कदर बरस रही है कि लोगों के मन मे अब डर की स्तिथि आने लगी है। ख़ासकर पहाड़ों में जिस तरह तेज बारिश हो रही है उससे मैदानी इलाकों में बाढ़ के खतरों के संकेत देने शुरू कर दिए है। बात करे ऋषिकेष की तो यहां गंगा का जलस्तर वर्निन्ग लेवल से 20 सिमी ऊपर बह रही है, यहां क्या घाट, क्या पुलिस चौकी,सब कुछ जलमग्न होता दिख रहा है, जिससे गंगा के तटों पर रह रहे लोगों में डर का माहौल बन गया है।
प्रदेश में हो रही लगातार बारिश से हर छोटी बड़ी नदी उफान पर आ चुकी है, उधर उत्तरकाशी- टिहरी में हो रही बारिश के चलते टिहरी डाम का जलस्तर भी लगातार बढता जा रहा है जिससे लोगों में कभी भी डैम से पानी छोड़े जाने का डर भी बना हुआ है। प्रदेश में मौसम के इस रूप को देखते हुए प्रशाशन भी अलर्ट हो चुका है, ओर लोगों को नदी किनारे जाने से रोका जा रहा है, ख़ासकर जो गंगा से सटे इलाकों पर रह रहे है उन्हें सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है।
हर साल मानसून अपने साथ उत्तराखंड में आफत की बारिश लेकर आता है, फिलहाल लोगों को मौसम की इस मार से अभी छुटकारा मिलने की उम्मीद नही दिख रही है, अब देखने लायक बात होगी कि ऐसी प्रस्तिथि से निपटने के लिए प्रशाशन क्या काम करता है।