आदर्श श्रीरामलीला समिति के तत्वावधान में सामूहिक विवाह समारोह संपन्न हुआ, जिसमें 22 जोड़ों ने वैवाहिक जीवन में प्रवेश कर किया। समिति द्वारा गरीब परिवारों की 22 कन्याओं के हाथ पीले करवाए गए जिसमें देर सायं रामलीला परिसर के पंडाल में वेदी सजाई गई। जहां शिव कुमार शास्त्री की अगुवाई में वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ सात फेरों की रस्में पूरी करवाई गईं।
इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि बेटी जैसे-जैसे बड़ी होती है उसके माता-पिता को विवाह की चिंता सताने लगती है और अपनी तरफ से पूरी कोशिश करते हैं कि बेटी के हाथ पीले किए जाएं, लेकिन अनेक परिवार चाह कर भी इस कार्य को नहीं कर पाते। ऐसे गरीब परिवारों का सहयोग कर रामलीला समिति जन सहयोग से पुण्य का काम कर रही है। लोगों ने सामूहिक रूप से वर-वधू को आशीर्वाद देकर खुशहाल जीवन की कामना की।
हर लड़की की तमन्ना होती है कि उसकी शादी धूमधाम से हो। लेकिन कई बार आर्थिक तंगी आड़े आ जाती है। ऐसी कन्याओं की हरसत को रामलीला कमेटी पूरा कर रही है। भारतीय संस्कृति की यह परंपरा रही है कि यहां बेटी को विवाह के वक्त उपहार देकर विदा किया जाता है। इसी रिवाज को श्रीरामलीला समिति ने भी निभाया है। बेटियों को दान-दहेज स्वरूप डबल बेड, साइकिल, अलमारी, गद्दा, बर्तन, साड़ी, कुर्सी-टेबिल आदि समेत करीब 30 हजार रुपये का सामान उपहार स्वरूप भेंट किया गया।