गोपेश्वर। बुधवार को ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ की जिला स्तरीय टास्क फोर्स समिति की बैठक जिलाधिकारी आशीष जोशी की अध्यक्षता में जिला कार्यालय सभागार गोपेश्वर में संपन्न हुई। इसमें बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान का ग्राम पंचायत एवं ब्लाक स्तर पर व्यापक प्रचार प्रसार कर लोगों को जागरूक करते हुए बाल लिंगानुपात को संतुलित करने पर जोर दिया गया।
जिलाधिकारी ने अधिकारियों को ग्राम पंचायत एवं ब्लाक स्तर पर बाल लिंगानुपात की सूची तैयार करने के निर्देश दिये। इससे ग्राम पंचायत व ब्लाक स्तर पर लिंगानुपात के घटने व बढ़ने के कारणों की गहनता से समीक्षा की जा सके। उन्होंने कहा कि कम बाल लिंगानुपात वाले ग्राम पंचायत व विकासखंडों में विशेष फोकस करते हुए ठोस रणनीति के साथ कार्ययोजना के क्रियान्वयन में मदद मिलेगी। विकासखंडों की बाल लिंगानुपात की समीक्षा के दौरान गैरसैंण व कर्णप्रयाग नगर क्षेत्र तथा नारायणबगड व देवाल ब्लाक में सबसे कम बाल लिंगानुपात पाये जाने पर चिंता व्यक्त करते हुए जिलाधिकारी ने सीएमओ एवं उप जिलाधिकारियों को इन क्षेत्रों में विशेष फोकस करने तथा कम बाल लिंगानुपात के कारणों का पता लगाने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने सीएमओ को अल्ट्रासांउड केंद्रों की नियमित जांच करने तथा जिले की सीमा से लगे अन्य जिलों में भी निगरानी रखने को कहा। जिलाधिकारी ने सभी खंड विकास अधिकारियों, बाल विकास के सीडीपीओ व सुपरवाइजरों को बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत ग्राम पंचायत स्तरों पर नियमित गोष्ठियों का आयोजन कर लोगों को जागरूक करने के निर्देश दिये। ग्राम पंचायत एवं न्याय पंचायत में की जाने वाली जागरूकता गोष्ठियों का तिथिवार कार्यक्रम जारी कर पूर्व में इसकी सूचना प्रसारित करने को कहा ताकि अधिक से अधिक लोग गोष्ठियों में भाग ले सकें।
यह है जिले के विकास खंडों में लिंगानुपात की स्थिति
चमोली जिले के विभिन्न विकास खंडों के खंड विकास अधिकारियों एवं बाल विकास के सुपरवाइजरों ने अपने-अपने ब्लाॅक के बाल लिंगानुपात के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि जिले में बाल लिंगानुपात 889 है। दशोली में 911, नारायणबगड में 892, गैरसैंण में 943, थराली में 914, पोखरी में 898, कर्णप्रयाग में 890, जोशीमठ में 947, देवाल में 859 तथा घाट में 910 है।