रविवार को 28वें सड़क सुरक्षा सप्ताह का समापन हुआ। इस अवसर पर सर्वे आफ इंडिया आडिटोरियम,हाथीबड़कला में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि के रुप में उत्तराखंड के राज्यपाल डा.के.के पाल कार्यक्रम में मौजूद रहे। कार्यक्रम में पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड एमए गणपति तथा देहरादून एसएसपी स्वीटी अग्रवाल के साथ पुलिस आफिस के अन्य वरिष्ठ कार्मिक मौजूद रहे।कार्यक्रम में एमडीडीए और पीडब्लूडी के कर्मचारी भी मौजूद रहे। एसएसपी देहरादून ने पिछले एक सप्ताह में हुए कार्यक्रमों की जानकारीदेते हुए बताया कि
- पिछले एक हफ्ते में हम लगभग 10,000 लोगों तक पहुचें और उन्हें सड़क सुरक्षा के लिए शपथ भी दिलवाई।
- शहर के सभी स्कूलों और कालेजों ने जोश के साथ भाग लिया और इसके माध्यम से हमने ज्यादा से ज्यादा लोगों को सड़क सुरक्षा के लिए जागरुक भी किया।
- शहर में 30 स्मार्ट पोल लगाए गए हैं जिनमें सीसीटीवी और वेदर सेंसिंग के लिए उपकरण लगे होंगे जिससे सड़क सुरक्षा में मदद मिलेगी।
- इसके साथ ही पीडब्लूडी के एक्जिक्यूटिव ईंजिनियर ने पीडब्लूडी द्वारा चलाए जा रहे सड़क सुधार कार्यों की विस्तृत जानकारी दी।
कार्यक्रम में मौजूद उत्तराखंड राज्यपाल डां.के.के पाल नें सड़क सुरक्षा सप्ताह में आयोजित पेंटिंग कम्पटिशन,निबंध लेखन,साइकिलिंग के विजताओं को सम्मानित किया। राज्यपाल ने उत्तराखंड पुलिस के इस प्रयास की सराहना करते हुए देहरादून पुलिस के लोगों तक पहुचनें के इस माध्यम को बहुत ही सीधा और मजबूत बताया। उन्होंने कहा कि अगर पूरे देश में हर कोई इस तरह की जागरुकता फैलाए तो देश में सड़क दुर्घटनाओं में गिरावट आएगी।उन्होंने कहा कि रोड सेफ्टी के लिहाज से भारत का रिकार्ड बहुत अच्छा नहीं रहा है और हमारी कोशिश होनी चाहिए कि हम इसमें कुछ सुधार कर सकें। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा कही ना कहीं हुय्मन राईट से जुड़ा हुआ है और इससे बहुत कम लोग जागरुक है,हमारा फर्ज है कि हम अपने अधिकारों के प्रति सचेत रहें।
उन्होंने कहा कि ट्रैफिक पुलिस और ट्रांसपोर्ट अधिकारियों को सड़क दुर्घटनाओं का विश्लेषण करना चाहिए जिससे दुर्घटना का मुख्य कारण पता चले सके और उसको रोकने का काम ठीक ढंग से हो सके।