एनएच – 74 के चौड़ीकारण भूमि लेंड का यूज बदलकर सरकार को 118 करोड़ के राजस्व के नुकसान पहुचाने के मामले में ऊधम सिंह नगर में विशेष भूमि अध्यापित अधिकारी पद पर तैनात डॉ डी०पी० सिंह पर गिरी गाज। डीपी सिंह को त्तकाल प्रभाव से एसएलओ पद से हटा द्या गया है।
118 करोड़ के भूमि घोटाले के मामले में परत दर परत खुलती जा रही है। जंहा घोटाले को लेकर जाँच की आंच कई अधिकारियो पर गिरती नजर आ रही है वहीं घोटाले के मास्टर माइंड माने जा रहे भूमि अध्यापित अधिकारी डीपी सिंह को शासन के निर्देशों पर पद मुक्त कर दिया गया है।
इससे पहले आयकर विभाग की छापेमारी में डीपी सिंह के पास बेनामी संपत्ति का होना पाया गया। वहीं 143 के 118 करोड़ के घोटाले में संलिप्तता के साथ ही कई अधिकारियों की भी मिलीभगत पाई गई है। जिलाधिकारी उधमसिंघनगर ने शासन के निर्देशों पर डीपी सिंह को पदमुक्त करने के आदेश दिए है। इसके पीछे कारण ये बताया गया कि उनके खिलाफ होने वाली जाँच प्रभावित न हो सके।
गौरतलब है कि दबंग और रसिक मिजाज डीपी सिंह हमेशा ही चर्चाओं में रहे हैं। कभी प्रेमप्रसंग के चलते तो कभी अवैध खनन में मिली भगत। वहीं अब बिल्डरों के साथ मिलकर करोड़ों की खरीदफरोख्त डीपी सिंह के लिए हानिकारक सिद्ध हो रही है।