संतों ने पुलिस को दिया एक दिन का अल्टीमेटम

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हरिद्वार। अखाड़ा परिषद के प्रवक्ता मोहनदास की गुमशुदगी का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। उनकी गुमशुदगी के 48 घंटे बाद भी उनका कोई सुराग पुलिस नहीं लगा पाई है। हांलाकि पुलिस कप्तान के अनुसार उन्हें कुछ सुराग मिले हैं जिसके अनुसार यही जान पड़ता है कि मोहनदास रूडकी से मेरठ के बीच ही गायब हुए या उनके साथ कोई अनहोनी हुयी। जिन पर काम जारी है और जल्द ही कुछ ना कुछ परिणाम सामने आएंगे। वहीं दूसरी और संत समाज में भारी आक्रोश है। सोमवार को अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के संतों व भारत साधु समाज के संतों ने बैठक कर पुलिस प्रशासन को एक दिन का अल्टीमेटम देते हुए मोहनदास का पता लगाने की बात कही है। संतों ने कहाकि यदि एक दिन बाद मोहनदास का पता नहीं चलता तो संत उग्र आंदोलन करेंगे।

एसएसपी कृष्ण कुमार वीके के अनुसार महंत मोहनदास के मोबाईल की अंतिम लोकेशन रुड़की और मेरठ के बीच की दिखाई दी रही है। उन्होंने बताया कि रुड़की से मेरठ तक रेलवे ट्रेक को भी खगाला जा चुका है।
संतों की नाराजगी पर मदन पहुंचे मनानr>48 घंटे का समय बीत जाने के बाद भी गायब संत का कुछ पता ना चलने के चलते संतों में भी नाराजगी बनी हुई है। जिसे देखते हुए राज्य सरकार के प्रवक्ता व कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक सोमवार को बड़ा अखाडा कनखल में संतों से मिलने पहुंचे और उन्हें हर संभव मदद का आश्वाशन दिया। मदन कौशिक ने कहा कि इस मामले की गम्भीरता देखते हुए उत्तर प्रदेश व दिल्ली से भी सहयोग लिया जा रहा है।
संतों का अल्टीमेटम
वहीं अखाड़ा परिषद की बैठक के बाद कैलाशानन्द ब्रह्मचारी ने कहा कि इस मामले में साधु समाज भी बड़े अखाडे के साथ खड़ा है। यह मामला केवल मोहनदास महाराज का मामला ही नहीं है अपितु पूरे भारत के साधु संतों से जडा मामला है। इसलिए इस मामले में एक दिन का अल्टीमेटम देते हुए उनका पता लगाने को कहा गया है। पता ना लगाए जाने की स्थिती में संतों को सड़कों पर उतर कर आन्दोलन करने को विवश होना होगा।