स्कूलों में आधार कार्ड को अनिवार्य करने के फैसले के बाद शिक्षा विभाग ने सरकारी स्कूलों के शिक्षकों की जिम्मेदारी और बढ़ा दी है। सरकारी स्कूलों में अब शिक्षक आधार कार्ड भी बनाएंगे। शिक्षा विभाग ने इसके लिए 12 प्रशिक्षक तैयार कर लिए हैं, जो स्कूलों में शिक्षकों के साथ अन्य कर्मचारियों को भी आधार कार्ड बनाने का प्रशिक्षण देंगे।
स्कूलों में बच्चों के लिए आधार कार्ड अनिवार्य है, इसके साथ ही अब सरकारी स्कूलों से लेकर मदरसों तक में मिड-डे मील के लिए आधार कार्ड अनवार्य कर दिया गया है। इस योजना को परवान चढ़ाने के लिए विभाग ने अब शिक्षकों को भी इस मुहिम का हिस्सा बनाने का निर्णय लिया है। स्कूलों में आधार कार्ड बनाने की आखिरी तारीख 31 अगस्त रखी गई थी, लेकिन अब प्रशिक्षकों द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किए जाने के बाद शिक्षक नए सिरे से बचे छात्र-छात्राओं के आधार कार्ड बनाने का काम शुरू होगा।
शिक्षा विभाग ने योजना पर काम करना शुरू कर दिया है। अब तक 12 प्रशिक्षक आधार कार्ड बनाने का प्रशिक्षण ले चुके हैं। दो मास्टर ट्रेनर हर ब्लॉक में आधार कार्ड बनाने की ट्रेनिंग देंगे जिसके लिए शिक्षक, कर्मचारियों को भी प्रशिक्षण दिया जाएगा। मुख्य शिक्षा अधिकारी एसबी जोशी ने बताया कि सितम्बर से स्कूलों में शिक्षकों व कर्मचारियों को बतौर प्रशिक्षक तैयार किया जाएगा। इसे लेकर विभाग ने आधार कार्ड बनाने वाली संस्था उदय से भी मामले में मदद मांगी है। संस्था द्वारा आधार कार्ड बनाने में उपयोग होने वाली मशीन विभाग से साझा की जाएगी। उन्होंने बताया कि 12 प्रशिक्षकों से अलग शिक्षा विभाग के 122 अन्य शिक्षक व कर्मचारी भी अभियान से जुड़ेंगे। कुल 134 प्रशिक्षकों का दल अलग-अलग स्कूलों में इस अभियान को दिशा देने का कार्य करेगा। मुख्य शिक्षा अधिकारी एसबी जोशी ने बताया कि अब तक दून के माध्यमिक स्कूलों में 85 फीसदी आधार कार्ड बनाए जा चुके हैं। इसके साथ ही बेसिक स्कूलों में अब तक 65 फीसदी आधार कार्ड ही बन पाए हैं।
तय समय में पूरा करना होगा लक्ष्य
शिक्षा विभाग के इस निर्णय के बाद अब स्कूलोंं में 31 अगस्त के बाद भी आधार कार्ड बनाने व जमा करने का मौका होगा। नए प्रशिक्षक और स्कूलों में आधार कार्ड बनाने के फैसले के बाद शिक्षा विभाग सितम्बर माह से इस अभियान को शुरू करने जा रहा है। स्कूलों में दाखिला प्रक्रिया, मिड-डे मील के अलावा विभिन्न योजनाओं का लाभ पाने के लिए आधार की अनिवार्यता को देखते हुए हर हाल में तय समय से पहले हर सरकारी स्कूल, मदरसे और निजी स्कूलों में पढ़ाई कर रहे छात्र-छात्राओं को आधार से जोड़ना होगा।