राज्य के 10 से कम छात्र संख्या वाले सरकारी स्कूलों को बंद किया जाएगा। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने शिक्षा अधिकारियों को ऐसे सभी स्कूलों के बारे में कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए है।
विधानसभा स्थिति अपने दफ्तर में विभागीय समीक्षा करते हुए पांडेय ने कई महवपूर्ण निर्देश दिए है। उन्होंने स्कूलों में कम छात्र संख्या पर चिंता जताते हुए कहा कि इसका ठोस समाधान निकाला जाए। जिन स्कूलों में 10 से कम छात्र हैं, उनका आसपास के स्कूलों में विलय किया जाएगा। गौरतलब है कि राज्य में करीब 1800 स्कूल ऐसे हैं जहां छात्र संख्या काफी कम हो चुकी है।
राजकीय शिक्षक संघ के अध्यक्ष राम सिंह चौहान के नेतृत्व में शिक्षकों ने शिक्षा मंत्री से मुलाकात की। शिक्षा मंत्री ने कहा कि शिक्षकों की समस्याओं को जल्द ही सुलझाया जाएगा। शिक्षक संगठनो के साथ नियमित रूप से बैठक की जाएगी। साथ ही अरविंद पांडेय ने कहा कि मेरे रहते शिक्षकों के तबादलों में पार्दर्शिषिता रहेगी। न पैसा चलेगा न चलेगी सिफारिश। भले में रहूं न रहूं , मेरा और मेरी टीम का पूरा ध्यान केवल शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार पर रहेगा।
दिए कड़े निर्देश:
- शिक्षा विभाग के दफ्तर और स्कूलों में अधिकारी- शिक्षक कर्मी की हाजिरी नियमित समय पर हो।
- कोई शिक्षा – कर्मचारी देहरादून में अपनी समस्या लेकर आया हुआ मिला तो सम्बंधित बी इ ओ के खिलाफ कार्रवाई।
- शिक्षक- कर्मचारीयो की समस्याएं स्थानीय स्तर पर हल की जाए, निदेशालय इससे पहले करे।