रानीखेत – सरकारी स्वास्थ्य सेवाए पहले ही पटरी से उतरी हुई है एसे में चिकित्सकों का नदारद रहना मरीजों को और भी खल रहा है, ड्यूटी से नदारद रहने वाले चिकित्सकों पर कार्यवाही करते हुए एसडीएम ने औचक निरीक्षण के दौरान नदारद चिकित्सकों को कडी हिदायद देते हुए कार्यवाही की बात कहीं है, जबकि निरीक्षण के दौरान अस्पताल में और भी की खामियां पायी गयी, जिसके लिए सीएमओ को कार्यवाही के लिए कहा है।
विकासखंड के सबसे बड़े प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) में छापे के दौरान पांच चिकित्सा कर्मी ड्यूटी से नदारद मिले। बच्चों के टीकाकरण को दी जाने वाली वैक्सीन कब, किसे, कितनी उपलब्ध कराई गई, रजिस्टर में रिकॉर्ड तक नहीं मिला। यही नहीं पीएचसी से कितने मरीज किन कारणों से रेफर किए गए, इसका भी कोई ब्योरा नहीं रखा गया था। दवाओं का स्टॉक रजिस्टर भी दुरुस्त नहीं था। लापरवाही से नाराज संयुक्त मजिस्ट्रेट ने अनुपस्थित चिकित्सा कर्मियों से स्पष्टीकरण के साथ ही जांच व कार्रवाई के लिए सीएमओ को लिखा है। परिसर में पहुंचते ही कूड़ादान मिले ही नहीं। रजिस्टर दुरुस्त नहीं मिले। स्वास्थ्य केंद्र से पाच चिकित्सा कर्मी बगैर सूचना नदारद थे। स्टोर से वितरित की जाने वाली दवाओं के स्टॉक का विवरण तक नहीं रखा गया था।