तीर्थनगरी ऋषिकेश में बम बम भोले की गूंज से गूंजने लगी है। बसंत माह में चलने वाली नीलकंठ यात्रा के लिए बड़ी संख्या में शिवभक्त ऋषिकेश का रुख करने लगे है। जिसके चलते प्रशाशन भी मुस्तैद हो गया है। फरवरी में होने वाली नीलकंठ महा शिवरात्रि के लिए श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसला शुरू हो गया है, ऋषिकेश और हरिद्वार से गंगा जल लेकर श्रद्धालु नीलकंठ महादेव के दर्शन के लिए निकल रहे है। नीलकंठ महा शिवरात्रि देश की सबसे एहम यात्रायों में से एक है जिसमे शिवभक्त बम बम भोले कि गूंज के साथ नीलकंठ महादेव के दर्शन के लिए आते हैं। जिसके लिए पुलिस प्रशासन भी पूरी तरह से तैयार है और इस चुनौतीपूर्ण कार्य के लिए उन्होंने अपनी कमर कस ली है।
आपको बता दे की नीलकंठ में महा शिवरात्रि शुरू होते ही कावंड़िये दिल्ली -हरियाणा -पंजाब -यूपी से गंगा जल लेने के लिए हरिद्वार – ऋषिकेश पहुँचते है,यहाँ जल लेकर शिव भक्त नीलकंठ महादेव में सबसे पहले जलाभिशेक करते है। यह यात्रा हर साल उत्तराखंड प्रशासन के लिए एक चुनौती की तरह रहती है। लाखों की संख्या में शिव भक्त नीलकंठ महादेव के दर्शन के लिए नीलकंठ का रुख करते है। भक्तों की माने तो जो भी जल लेकर नीलकंठ महादेव आता है भगवन उन सबकी मनोकामना पूरी करते है, इसलिए हर कोई बड़ी ही आस्था से इस यात्रा को पूरी करते है।
फरवरी में होने वाली महा शिवरात्रि के लिए प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है। इस बार की यात्रा में बड़ी संख्या में शिव भक्त नीलकण्ड महादेव के जलाभिषेक के लिए आएंगे जिसके लिए प्रशासन वयवस्था बनाने में जुट गया है। अब देखने लायक बात होगी की बसंत के इस महा शिवरात्रि में श्रद्धालु को सरकारी दावो के अनुसार इंतजाम और सुरक्षा मिल पाती है या नहीं।