अन्य प्रदेशों की तरह उत्तराखंड में भी पॉलीथिन पर एनजीटी और कोर्ट द्वारा प्रतिबंध लगाया गया है, फिर भी राज्य के हरिद्वार सहित अन्य जगहों पर बाजार पॉलीथिन से पटा है। खोमचे और ठेली वाले छोड़िए, बड़े दुकानदार भी इसका मोह नहीं छोड़ पा रहे।
जिला प्रशासन पॉलीथिन की बिक्री और प्रयोग पर बैन लगाने संबंधी चेतावनी पहले भी दे चुका है लेकिन व्यापारी इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। धड़ल्ले से इसका व्यापारियाों द्वारा प्रयोग किया जा रहा है। जागरुकता की कमी ही कहेंगे कि लोग इसका प्रयोग धड़ल्ले से कर रहे हैं जबकि जिम्मेदार विभाग हाईकोर्ट व एनजीटी के आदेशों को दरकिनार कर रहे हैं।
पॉलीथिन की बिक्री की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी दीपक रावत ने गुरुवार को ज्वालापुर में बड़े पैमाने पर छापेमारी अभियान चलाया, जिससे व्यापारियों में हलचल मच गया। अलग-अलग विक्रेताओं के यहां से 150 बोरों से ज्यादा पॉलीथिन जब्त की गई।