ऋषिकेशः कौन कहता है आसमान में सुराख नहीं हो सकता एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारो!! यह पंक्तियां दिविता जैन पर सटीक बैठती है, स्नातक पत्रकारिता और सोशियल वर्क में पीजी करने के बाद दिल्ली निवासी दिविता जैन अपने सामाजिक कार्य के लिए टिहरी जिले के नरेंद्रनगर ब्लॉक के अटाली ग्राम पंचायत के सिंगटाली गांव को चुना जो ऋषिकेश-कौडियालय ईकोटूरिज्म जोन में स्थित है। यहां पलायन और बेरोजगारी चलते गांव खाली होने के कगार पर आ गया है खेती चौपट है जो थोड़ा बहुत होता है उसे बंदर नष्ट कर जाते हैं। इस गंगा तटीय गांव की बेसिक स्टडी के बाद दिवीता ने अब इसकी बेहतरी के लिए एक विस्तृत योजना बनाई जिससे आने वाले दिनों में यह गांव स्मार्ट गांव की श्रेणी में आ जाएगा। दिविता ने बताया कि ईकोवीटा फाउंडेशन 17 सितंबर से गांव की सीमा में व्यापक पौधा रोपण कर इस योजना का शुभारंभ करेगी जिसमें गांव की सीमा में फलदार और औषधीय पौधे रोपे जाएंगे। गांव के खेत खलिहालों को आबाद करना और जल स्रोतों को रिचार्ज करना भी उनके एजेंडे में है। साथ ही ग्रामीण महिलाओं के लिए स्वरोजगार पूर्वक योजनाओं से जोड़कर स्वालंबी बनाया जाएगा और गांव में उद्यान बागवानी और हॉटरीकल्चर जैसे कार्यों से पुरुषों को जोड़कर एक कमाई का जरिया बनाया जाएगा, जिससे गांव में पलायन रुके और लोगों को रोजगार मिल सके। इस काम में उनका सहयोग कर रहे डा. एसएन मिश्रा उर्फ पेड़ बाबा स्थानीय ग्रामीण भी उन्हें पूरा सहयोग दे रहे हैं। जिसकी शुरुवात 17 सितम्बर से की जा रही है।
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