विश्व का सबसे छोटा चरख़ा बनाने का दावा किया इस उत्तराखंडी ने

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यदि ये कहा जाये की सबसे छोटे काम करने वाले चरखे का आकार 5x5x7 मिमी हो सकता है तो शायद यकीन करना बड़ा मुश्किल होगा, लेकिन हकीकत यह है कि हलद्वानी में प्रकाश उपाध्याय ने विश्व का सबसे छोटा काम करने वाला चरखा बनाने का दावा पेश किया है जिसको लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए भेजा गया है,

हल्द्वानी के मेडीकल कॉलेज में आर्टिस्ट के पद पर तैनात ये है प्रकाश उपाधयाय, प्रकाश ने दावा किया हैं की उन्होंने विश्व का सबसे छोटा काम करने वाला चरखा तैयार किया है, जिसे उन्होंने लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराने के लिए भेज दिया है, प्रकाश ने 5x5x7 मिमी का चरखा तैयार किया है, उनके मुताबिक यह विश्व का अब तक का सबसे छोटा चरखा है, अब तक यह रिकॉर्ड हरियाणा के योगेश बरनाला के नाम है।

प्रकाश के नाम पहले से ही दो रेकॉर्ड दर्ज है, जिसमे उनके हाथ से बनाई धार्मिक पुस्तक हनुमान चालीसा जिसका आकार 3x4x4 मिमी है, इसके अलावा 3x4x4 मिमी की हाथ से बनाई एक अन्य पुस्तक भी है, इन दो रेकॉर्ड के बाद प्रकाश अपने नाम एक और रेकॉर्ड बनाने को तैयार है, प्रकाश को पेंटिंग का भी ज़बरदस्त शौक है, पिछले साल नवंबर में मेरठ में तीन हज़ार पेंटरों ने विश्व की सबसे लम्बी पेंटिंग बनाकर चीन का रिकॉर्ड भारत के नाम कर गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज करवाया था, प्रकाश को अब तक दिल्ली की गांधी आर्ट गैलरी में सम्मान, नटराज कला रत्न सम्मान दिया जा चुका है,

कहते है प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं होती, जिसका जीता जागता उदाहरण प्रकाश उपाध्याय है, पहले ही अपने नाम दो रेकॉर्ड कर चुके प्रकाश अब एक नया कीर्तिमान बनाने को तैयार है जो उत्तराखण्ड के लिए गौरव की बात है,