राज्य को जल्द 908 महिला सिपाही मिल जाएंगी। इनका प्रशिक्षण पूरा हो गया है और 19 से 24 सितंबर को होने वाली पासिंग आउट परेड के बाद इनकी जिलों में विधिवत तैनाती हो जाएगी। शुरुआत में इन्हें छह माह के प्रशिक्षण पर रखा जाएगा।
डीजीपी अनिल रतूड़ी ने बताया कि अब राज्य में महिला सिपाही की कमी नहीं रहेगी। अलग-अलग जिलों में प्रशिक्षण ले रही करीब 908 महिला सिपाहियों की ट्रेनिंग पूरी हो गई है। 19 अगस्त को हरिद्वार से पीओपी की शुरुआत होगी। इसके बाद 22 अगस्त को पुलिस लाइन देहरादून में सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत पीओपी में भाग लेंगे। हरिद्वार में स्वयं डीजीपी अनिल रतूड़ी, चंबा में एडीजी अशोक कुमार और रुद्रपुर में एडीजी राम सिंह मीणा बतौर मुख्य अतिथि पीओपी में भाग लेंगे।
डीजीपी ने बताया कि राज्य में महिला सिपाहियों की संख्या अब पर्याप्त हो गई है। हर थाना और चौकी में इनकी तैनाती कर दी जाएगी। उधर, आइजी कार्मिक जीएस मार्तोलिया ने बताया कि ट्रेनिंग के बाद महिला सिपाहियों को जिलेवार तैनाती दी जाएगी। छह माह तक फील्ड ट्रेनिंग के बाद स्थायी नियुक्ति कर दी जाएगी। इसके लिए विकल्प मांगे गए हैं। इसी आधार पर तैनाती दी जा रही है। जहां महिला सिपाहियों की जितनी जरुरत हैं, वहां उतनी तैनाती की जा रही है।