सुबेदार लेखराज को सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई

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देश की सेवा में तत्पर रहने वाले एक जवान को सीमा पर दुश्मन की गोलियां तो नहीं मार पायी मगर उसके शरीर के अन्दर के दुश्मन ने ही उन्हे मार दिया और देश की सेना के एक जवान ड्यूटी के दौरान बिमारी से मौत हो गयी, जिनके पार्थिव शरीर को सैन्य सम्मान के साथ नागालैंड से काशीपुर के आवास विकास में उनके घर पर लाया गया। जवान के पार्थिव शरीर के पहुंचते ही परिजनों में कोहराम मच गया। परिजनों और सैन्य अधिकारियों ने नम आंखों से वीर सैनिक को आखिरी विदाई दी गयी।

तीरंगे में लिपटे घर पहुंचा पार्थिव शरीर है सुबेदार लेखराज सिंह का है। पौडी जिले के रहने वाले सुबेदार लेखराज नागालेंड में 28 आसाम राईफल्स तैनात थे, सुबेदार लेखराज सिंह एक साल से बिमारी से जूझ रहे थे और अचानक ही उनकी बिमारी ने उनके शरीर को तोड दिया और उनकी उपचार के दौरान ही मौत हो गयी।

लेखराज सिंह ने देश के लिए कारगिल युद्ध में भाग लेते हुए दुश्मनों के कई बंकर उडाकर अपनी सेना का मान बडाया था। 1980 में सेना में भर्ती हुए लेखराज सेना भर्ती जैसे महत्वपूर्ण कार्यों को अंजाम देते थे, सीमा पर दुश्मनो से डट कर मुकाबला करने वाले लेखराज के शरीर के अंदर के दुश्मन आखिर उनकी जान ले ली। 23 जुलाई को अचानक तबीयत बिगडने पर अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मैौत हो गय़ी, जिसके बाद उनके पार्थव शरार को सैन्य बल के साथ काशीपुर लाया गया। पूरे सैन्य सम्नान के साथ उनको अंतिम विदाई दी गयी।