निलंबित पीसीएस अफसर नगन्याल चल रहे भूमिगत

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रुद्रपुर: एनएच 74 मुआवजा घोटाले में निलंबित डिप्टी कलेक्टर एनएस नगन्याल आज तक एसआईटी के हाथ नहीं लगे हैं। वह पांच नवंबर को एसआईटी के छापे के बाद से भूमिगत चल रहे हैं। वहीं डाटा एंट्री आपरेटर भी फरार चल रहा है। गौरतलब है कि बीती पांच नवंबर को निलंबित पीसीएस अफसर नगन्याल के देहरादून स्थित सरकारी आवास पर एसआईटी का छापा मारा था। उस वक्त से नगन्याल भूमिगत चल रहे हैं। एसआईटी ने उसी दिन निलंबित चल रहे पीसीएस अफसर भगत सिंह फोनिया को गिरफ्तार किया था। यहां बता दें कि एनएच घोटाले में उक्त पीसीएस अफसर निलंबित किए गए थे। हालांकि छापे के बाद एसआईटी ने नगन्याल की गिरफ्तारी के लिए कोई प्रयास नहीं किए। उन पर बैकडेट में जमीनों की 143 करने का आरोप है। उनके हस्ताक्षरों के मिलान की एफएसएल रिपोर्ट प्राप्त हो चुकी है। पूर्व एसएलएओ डीपी सिंह के आत्मसमर्पण के बाद अब एसआईटी नगन्याल की गिरफ्तारी के प्रयास तेज कर सकती है। वहां फरार चल रहे डाटा एंट्री आपरेटर अर्पण की गिरफ्तारी के लिए एसआईटी लगी हुई है। आरोप है कि डाटा एंट्री आपरेटर के खाते में बड़ी रकम का लेन देन हुआ है, जिसका वह संतोषजनक जवाब नहीं दे सका। डाटा एंट्री आपरेटर के मोबाइल की कॉल डिटेल भी एसआईटी के पास है। हालांकि अभी कई और अफसरों, कर्मचारियों एवं किसानों की गिरफ्तारियां होनी हैं, लेकिन उससे पहले एसआईटी अपनी जांच को आगे बढ़ा रही है। बाजपुर तहसील क्षेत्र की जांच अब रफ्तार पकड़ रही है। बाजपुर में चकबंदी प्रक्रिया वाले गांवों में अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर जमीनों की 143 करने वाले अधिकारी कर्मचारियों पर भी गाज गिरनी तय मानी जा रही है। इसके अलावा जांच आगे बढ़ी तो अन्य सफेदपोशों पर भी कानून का शिकंजा कसा जा सकता है।