नकली और सिंथेटिक रंगों से भरा बाज़ार,संभल कर मनाएं होली

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    ऋषिकेश। होली रंगों का त्यौहार है इस त्यौहार को खास बनाने के लिए चीन से खास तरह के रंग और पिचकारी आई है जो अपनी खूबियों के कारण बच्चो और बड़ो दोनों की पहली पसंद बन रही है। बाज़ार पूरी तरह से होली के रंग में रंग गया है अगर आप होली के लिए रंग खरीदने जा रहे है तो सावधानी बरते। बाजारों में नकली और सिंथेटिक  रंग की भरमार है, ऐसे में सुरक्षित होली के लिए हर्बल गुलाल का प्रयोग करें।

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    मिलावट खोरो ने नकली रंगों की बड़ी खेप बाज़ार में उतारी है। होली के लिए बाज़ार में खास तरह के रंग,गुलाल और पर्यावरण से जुड़े हुए खास  हर्बल रंग काफी वेरायटी में आये हुए है। पिचकारियों की होली में काफी डिमांड होती है खासकर बच्चे पानी से भरी पिचारियों को लेकर काफी खुश होते,इन बच्चो  की ख़ुशी में चार चाँद लगाने के लिए तरह-तरह की आटोमेटिक पिचकारी,पानी के गिले -सूखे  रंग बाज़ार में आये हुए , मुनाफाखोर ने इन रंगों में मिलावटी रंगों की एक बड़ी खेप उतारी हुई है। जिस से होली के रंग बड़ी बीमारी दे सकते है और स्किन पर इसके निशाँ लम्बे समय तक रह सकते है इस डर से लोग रंगों से परहेज कर रहे है। डॉक्टर बताते है की रंग त्वचा और आखों और बालों पर बुरा प्रभाव डालते है जिसपर सावधानी बरतनी बहुत जरूरी है।