लूट के तीन आरोपी गिरफ्तार

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पारस अग्रवाल ने थाना ऋषिकेश पर टेलीफोन से सूचना दी कि अज्ञात मोटर साईकिल सवार तीन बदमाश तमन्चे के बल पर मेरी स्कूटी व उसमे रखे तीन लाख रूपये नगद लूट कर भाग गये हैं। इस सूचना घटनास्थल पर जाकर जानकारी एकत्रित की गयी तथा घटना कारित करने वालों के गिरफ्तारी हेतु सरहदीय थानो/चौकियों पर सघन चैकिंग करने के सम्बन्ध में बताया गया।

ऋषिकेश क्षेत्र में इस प्रकार की लूट की जघन्य घटना होने से नाराज व्यापारियों ने घटना के शीघ्र खुलासे को लेकर चेतावनी दी गयी। पुलिस टीम ने घटनास्थल के आसपास घरो व प्रतिष्ठानों पर लगे सीसीटीवी कैमरों को बारीकी से चैक किया गया तथा पूर्व में इस प्रकार की घटना करने वाले अपराधियों की जानकारी एकत्रित की गयी। साथ ही पुलिस टीम द्वारा व्यापारी पारस अग्रवाल की दुकान व आसपास की दुकान में कार्य करने वाले व्यक्तियों का भी सत्यापन किया गया।

इस दौरान पुलिस टीम द्वारा काफी जानकारी एकत्रित की गयी तथा जानकारी मिली कि पास की ही दुकान के एक नौकर द्वारा अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर लूट की योजना बनायी गयी है।  पुलिस टीम अज्ञांत अभियुक्तों की तलाश में हरिद्वार बाईपास रोड़ पर थी कि पुलिस को सूचना प्राप्त हुई कि व्यापारी पारस अग्रवाल से लूट करने वाले दो अपराधी पोस्टमार्टम हाउस हरिद्वार बाईपास के पास बैठे हैं तथा दो स्थानीय अपराधी इनसे मिलने आने वाले हैं, इन चारो व्यक्तियों में लूट की रकम के बटंवारे को लेकर विवाद हुआ है सम्भवतयः यह लोग इसके निपटारे को लेकर मिलने वाले है ।

पुलिस टीम द्वारा मुखबिर के बताये जगह पर जाकर छिपकर देखा तो एक व्यक्ति पोस्टमार्टम हाउस के गेट के सामने एक व्यक्ति मोटर साईकिल, दो व्यक्ति होण्डा स्कूटी पर तथा एक व्यक्ति अन्य होण्डा स्कूटी पर बैठकर आपस में रूपयों को गिनकर उनकी अदलाबदली कर बहसबाजी कर रहे थे। पुलिस टीम को यकीन हो गया कि यह लूट की रकम को लेकर आपस में बहसबाजी कर रहे हैं इस पर पुलिस टीम द्वारा चारो व्यक्तियों को पकड़ने के लिये दौड़े, जिस पर चारो व्यक्तियों ने अपने अपने वाहनों से भागने का प्रयास किया परन्तु पुलिस टीम द्वारा तीन व्यतियों को मौक पर ही पकड़ लिया, एक व्यक्ति मौके का फायदा उठाकर भाग गया।

पूछताछ करने पर पकड़े गये अंकुर गुप्ता ने बताया कि, “मैं यहां पिछले 10 वर्षो से रह रहा हॅू तथा पहले कपड़ो का व फिर दिहाड़ी पर गाड़ी चलाने का काम करता था। आमदनी ठीक न होने के कारण मैं परेशान रहने लगा। आज से कुछ दिन पहले मुझे मेरा पुराना दोस्त दुर्गा मिला, हम दोनो ने मिलकर शराब पी तथा कोई बड़ी अपराधिक वारदात कर मालामाल होने की सोची। तब दुर्गा ने बताया कि जहां मैं काम करता हॅू उस दुकान के बगल में पारस अग्रवाल नाम का दुकानदार है जिसका प्रतिदिन का 10-12 लाख रूपये का काम हैं तथा वह हर दिन अपनी स्कूटी से अपने घर गंगानगर जाता है।”

योजना के मुताबिक  विजयप्रताप उर्फ काकू, रघु उर्फ रमन व विपिन बिना नम्बर की मो.सा. से इन्द्रानगर स्थित घर आ गये। मैने तीनों को पारस अग्रवाल की शक्ल, दुकान व आने जाने का रास्ता दिखाया तथा तीनो को उसके घर के पास मोड़ पर खड़ा करवा दिया तथा दुकान के बाहर आकर खड़ा हो गया। पारस के दुकान बन्द कर घर के लिये निकलने पर फोन से विपिन को बता दिया। पारस के समीप मोड़ पर खड़े तीनो व्यक्ति पारस की शक्ल सही से न देख पाने के कारण घटना करने से चूक गये। पुनः तैयारी कर तीनो को फोन से पारस के चलने की सूचना दी व तीनो ने लूट की घटना को अंजाम दे दिया।

तीनो लड़के लाला की स्कूटी व अपनी मो.सा. लेकर घर आ गये। लाला बैग चैक करने पर उसमें 3 लाख 68 हजार रूपये मिले, जिसे हमने बाँट दिया व 92,000/- रुपये प्रत्येक के हिस्से में आये व अंकुर गुप्ता के हिस्से में लूटी गयी स्कूटी भी आयी व लूटे गये पैसो से एक अन्य स्कूटी भी खरीदी तथा विपिन ने लूटे गये पैसो से होण्डा स्पेलेण्डर खरीदी एवं लूट के कुछ पैसे खर्च कर दिये।

पकड़े गये अभियुक्तो ने बताया कि लूट की घटना व अपना अपना हिस्सा लेने के बाद हम लोग चले गये थे। हमारे एक साथी रघु ने अपने किसी पुराने मुकदमें में हरिद्वार जेल में सरेण्डर कर दिया है। फरार अभियुक्त विजयप्रताप उर्फ काकू की शीघ्र गिरफ्तारी व बरामदगी हेतु तलाश जारी है।