पलायन रोकने के लिए मजबूत करें शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार की धार

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देहरादून। पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक में प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों से निरंतर हो रहे पलायन का मामला भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के समक्ष भी उठा। पार्टी कार्यकर्ताओं ने पलायन को रोकने के लिए पहाड़ में शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के मसलों पर खास फोकस करने का सुझाव दिया। बैठक में कार्यकर्ताओं ने राज्य अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं पर पलायन के सामरिक खतरों की ओर भी शाह का ध्यान खींचा।

मंगलवार को राजपुर रोड स्थित एक होटल में भाजपा के प्रदेश पदाधिकारियों, कोर ग्रुप के सदस्यों, सांसदों, विधायकों, जिला इकाइयों के अध्यक्ष व महामंत्रियों, जिला पंचायत अध्यक्षों, सहकारी बैंकों के अध्यक्ष, मेयर और राष्ट्रीय पदाधिकारियों के साथ बैठक में पलायन का मुद्दा केंद्र में रहा। वहीं, कार्यकर्ताओं ने विकराल रूप लेती पलायन की समस्या का जिक्र करते हुए कहा कि यदि ऐसा ही चलता रहा तो पहाड़ को खाली होते देर नहीं लगेगी। उन्होंने ने सुझाव दिया कि पहाड़ में बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार पर फोकस किया जाए तो समस्या से काफी हद तक निजात मिल सकती है। पलायन की सबसे बड़ी वजह भी इन सवालों की अनेदखी है। महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री रेखा आर्य ने कहा कि पानी, बिजली, सड़क, स्वास्थ्य व रोजगार से जुड़े सवालों के समाधान को केंद्र की मदद की दरकार है। अन्य कई कार्यकर्ताओं ने भी पलायन रोकने को ठोस नीति बनाने का सुझाव दिया। इधर, पलायन के चलते गुजरे 17 सालों में तीन हजार गांव खाली हो चुके हैं।
बैठक में पार्टी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने शाह के सामने प्रमुख रूप से राज्य में अटकी 15 जलविद्युत परियोजनाएं को केंद्र सरकार को मंजूरी, पर्वतीय क्षेत्रों में यहां की परिस्थितियों के अनुरूप इलेक्ट्रॉनिक औद्योगिक इकाइयां लगाए जाने, असंगठित उद्योग क्षेत्र के लिए खास पैकेज की व्यवस्था करने के साथ ही श्रमिकों के लिए न्यूनतम वेतनमान हर हाल में अनुमन्य किए जाने, पिछले 17 सालों से लटके राजधानी के मसले का हल तलाशे जाने, दून में सुविधाओं को देखते हुए स्थायी राजधानी घोषित किए जाने के सुझाव दिए। साथ ही सरकार किसानों की आय दोगुनी करने की मुहिम को स्पष्ट रूप से लागू करने, ऊधमसिंहनगर में फसल बीमा योजना के नाम पर काटी जा रही राशि पर स्थिति स्पष्ट करने, महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना में पहाड़ में होने वाले कृषि कार्यों को भी जोड़े जाने, खरीफ और रबी दोनों की फसलों के लिए ठोस एवं विस्तृत कार्ययोजना तैयार किए जाने, पर्वतीय क्षेत्रों में खेती से विमुखता की बड़ी वजह सिंचाई सुविधा का अभाव भी है।
इस पर खास फोकस करने, किसानों को 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराने, प्रदेश के 40 फीसद गावों में सड़कें न पहुंच पाने की वजह वन एवं पर्यावरणीय कानून आड़े आ रहे हैं। इसका निदान किए जाने, राष्ट्रीय राजमार्गों के निर्माण कार्य तेज गति से किए जाने के सुझाव भी बैठक में मौजूद लोगों ने दिए। साथ ही पहली सरकार मानी जाने वाली पंचायतों को अधिकार संपन्न बनाने, क्षेत्र पंचायतों में प्रमुख और कनिष्ठ व ज्येष्ठ उपप्रमुखों का चुनाव सीधे जनता के माध्यम से कराए जाने के मामला भी बैठक में उठा। राज्य सरकार ने 10 से कम छात्र संख्या वाले विद्यालयों को बंद करने का निर्णय लिया है, लेकिन सीमांत क्षेत्रों के लिए छात्र संख्या का मानक पांच किए जाने का सुझाव भी बैठक में आया। इसके अलावा, गावों के विकास, जीएसटी, स्थानीय निकायों की मजबूती, छात्रवृत्ति आदि को लेकर भी कार्यकर्ताओं ने सुझा दिए।
बैठक में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने शाह का अभिनंदन किया। बैठक में प्रदेश प्रभारी श्याम जाजू, राष्ट्रीय सह महामंत्री संगठन शिवप्रकाश, राष्ट्रीय महामंत्री संगठन अनिल जैन, अरविंद मेनन, मीडिया विभाग के प्रमुख अनिल बलूनी, केंद्रीय राज्य मंत्री व अल्मोड़ा सांसद अजय टमटा, सांसद भुवन चंद्र खंडूड़ी, भगत सिंह कोश्यारी, रमेश पोखरियाल निशंक व माला राज्यलक्ष्मी शाह, पूर्व सीएम विजय बहुगुणा, राज्य सरकार के तमाम मंत्री व विधायक, पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष, पूर्व सांसद आदि भी मौजूद रहे।
शाह की दावत में 60 विशिष्ट मेहमान
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने दून में भोज के बहाने उद्योग, मेडिकल व्यवसाय, शिक्षा और सामाजिक क्षेत्र के नामी संस्थानों के संचालकों को एक साथ बुलाकर विकास में भागीदारी की अपेक्षा की। आमंत्रित 67 में से 60 लोगों ने शाह के भोज में उपस्थिति दर्ज कराई। भाजपा अध्यक्ष करीब 1:35 बजे मेहमानों को मिलने पहुंचे। परिचय के साथ शाह ने चर्चा शुरू की। साथ ही भोजन का आग्रह किया। इस दौरान मौजूद मेहमानों ने शाह को अपने सुझाव दिए। अमित शाह के लिए एक स्थानीय पार्टी कार्यकर्ता के घर से भी भोजन आया था। इसमें रोटी, भिंडी की सब्जी, पीली दाल, पनीर, मिक्स वेज शामिल थे। इनमें से रोटी, दाल और सब्जी लेते हुए शाह ने भोज की शुरुआत की। स्वीट डिश में शाह ने मूंग की दाल का हलवा लिया। भोज के बाद सभी ने आयोजन की तारीफ की है। इस भोज में उद्योग क्षेत्र से 17, मेडिकल क्षेत्र से 15, शिक्षा के क्षेत्र से 12 और सामाजिक क्षेत्र से 16 लोगों ने शिरकत की।