राज्य में चल रही आगामी चुनावों की तैयारियों के चलते राज्य निर्वाचन आयोग ने अधिकारियों के तबादलों पर बिना आयोग की जानकारी के करने पर रोक लगा दी है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्रीमती राधा रतूड़ी ने मुख्य सचिव, सभी अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव व सचिवों से कहा है कि वे अपने अधीनस्थ विभागों के समस्त विभागाध्यक्षों/प्रमुख कार्यालयाध्यक्षों को तुरंत निर्देशित करें कि वह ऐसे किसी भी अधिकारी आदि का आयोग की पूर्वानुमति के बिना तबादला न करें, जिन्हें विधान सभा के आगामी सामान्य निर्वाचन-2017 के लिए रिटर्निंग/सहायक रिटर्निंग ऑफिसर अथवा नोडल या सहायक नोडल ऑफिसर आदि के रूप में नियुक्त किया गया है।
राधा रतूड़ी ने बताया कि विधान सभा चुनावों के लिये विभिन्न विभागों आदि के अधिकारियों को रिटर्निंग ऑफिसर/सहायक रिटर्निंग ऑफिसर अथवा निर्वाचन संबंधी अन्य महत्वपूर्ण कार्यों के लिए नोडल/सहायक नोडल ऑफिसर के रूप में नियुक्त किया गया है। आयोग के दिशा-निर्देशो के अनुसार इस प्रकार नियुक्त सभी अधिकारियों को आयोग एवं अन्य स्तरों पर प्रशिक्षण भी प्रदान किया गया है। उन्होंने बताया कि फ़िलहाल 24 दिसम्बर, 2016 तक प्रशिक्षण कार्यक्रम गतिमान है, ऐसी स्थिति में विभागों द्वारा अचानक किये जा रहे तबादलों से निर्वाचन के कार्यों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।
इस संबंध में रतूड़ी ने कहा कि यदि किसी अधिकारी के तबादले का आदेश दिया जा चुका हो, तो ऐसे अधिकारी को कार्यमुक्त करने से पूर्व भी आयोग की अनुमति प्राप्त की जानी आवश्यक होगी।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा है कि आयोग के दिशा-निर्देशों का कड़ाई से लागू करना होगा।