पहाड़ के युवाओं को नया जीवन दे रहे ये कर्नल साहब

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इस कहानी उन में से एक की हैं जिन होने अपने आसपास की जिंदगी बदल दी हैं और कर्नल कोठियाल इस बात का जीता जागता उदाहरण है। सन 2013 में कर्नल अजय कोठियाल ने एनआईएच, उत्तरकाशी के प्रिंसिपल का कार्यभार संभाला था।जून 2013 में उत्तराखंड में आई दैविक आपदा ने पूरे प्रदेश में कहर ढाया, एनआईएच देश का माउंटेयरिंग इंस्टीट्यूट होने के कारण रिलीफ और रेस्क्यू आपरेशन में लग गया। कर्नल कोठियाल ने 30-32 लोकल युवाओं की मदद से टीम बनाई अौर रेस्क्यू आपरेशन में काम किया, जब खत्म हुआ तो उत्तरकाशी जिले के युवाओं, जिन्होंने कोठियाल की टीम बनाकर उनकी मदद की, उन्होंने कर्नल कोठियाल से बोला कि हमें फौज में भर्ती करवा दिजीए।

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इस बात पर कर्नल कोठियाल ने उनकी पुकार सुनी और अपने खर्चे पर एनआईएच में फौज की भर्ती  के लिये ट्रेनिंग देने को तैयार हो गए। इसके बाद, गौचर में आर्मी में भर्ती होने के लिये कैंप लगा जहाँ 28  युवक चुने गए। यह देखकर कर्नल कोठियाल को थोड़ा ताज्जुब तो हुआ लेकिन यह भी सोचा जगी कि अगर थोड़ा मार्गदर्शन और मेहनत करके आर्मी में हमारे बच्चे चुने जा सकते हैं तो हमारे उत्तराखंड से लोगों का पलायन रुकेगा और राज्य की आर्थिक स्थिति में  धीरे धीरे सुधार आयेगा।

इसी सोच के साथ, 2013 नवंबर-दिसंबर में पहला कर्नल कोठियाल की तनख्वाह और मैडल से मिलने वाली राशि से बड़कोट में शुरु किया गया, जिसके बाद 2015 तक उत्तरकाशी,श्रीनगर,अगस्त्यमुनि,पिथौरागड़ और देहरादून में रिले कैंप लगाए गए।

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29 मई 2015 को यूथ फाउंडेशन एक रजिस्टर्ड एनजीओ बनाया गया, जिससे केवल डोनेशन राशि से शुरु किया गया, आज तक यूथ फाउंडेशन ने तकरीबन 2,220 जवान आर्मी, बीएसएफ, सीआरपीएफ, असम राईफल्स, पैरामिलिट्री फोर्स अौर उत्तराखंड पुलिस को दिए है, जिसमें उत्तराखंड पुलिस की 53 लड़कियां भी शामिल हैं।

कर्नल अजय का मानना है कि अगर किसी भी रुप में देखें तो जो पैसें यह नौजवान युवक और युवतियों कमायेंगे, वह यहीं प्रदेश में लगेगा, चाहें बच्चों की पढ़ाई, घर-खेती, राज्य सरकार का बजट तो बढ़ेगा ही, हमारे बच्चे भी आगे निकलेंगे।

सुरज सिंह नेगी, यूथ फाउंडेशन के कोआर्डिनेटर, बताते है कि, ‘जो बच्चे नहीं निकलते तो हम चाह रहे हैं कि एक सेक्योरिटी ऐजेंसी खोलेंगे और कोशिश करेंगे कि उन्हें इसके लिए ट्रेनिंग दे सके, इसके अलावा किसी और से टाईअप करेंगे तो कमीशन बेस्ड होगा जो हमारे उसूलों के खिलाफ है।’

कर्नल कोठियाल ने आज कई घरों में  अाशा की किरण जलाई  है, उनकी एक छोटी सी पहल ना जाने कितनी जिंदगियां बदल दी है।टीम न्यूज़पोस्ट उनके इस जज्बे को सलाम करती है।