प्रदेश भर में बीएसएनएल कर्मचारियों की हड़ताल शुरू

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देहरादून, भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) के कर्मचारियों ने कल वेतनमान और बीएसएनएल के टावरों को निजी कम्पनी को देने के विरोध में अपनी दो सूत्रीय मांगों को लेकर दो दिवसीय हड़ताल प्रदेश भर में शुरू करी। इस दौरान कर्मचारियों ने केन्द्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए सरकार पर उपेक्षा का आरोप लगाया।

बीएसएनएल कर्मचारियों ने क्रास रोड स्थित कार्यालय के बाहर करीब सैकड़ों की संख्या में पहुंचे कर्मचारियों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर केंद्र के खिलाफ प्रदर्शन किया। धरना प्रदर्शन को संबोधित करते हुए यूनियन के जिला सचिव एमआर उनियाल ने कहा कि, “उत्तराखंड में यूनियन के सभी संगठन हड़ताल पर हैं, कार्यालय में मौजूद नॉन एक्ज्क्यूटिव और एक्ज्क्यूटिव श्रेणी के करीब 150 से अधिक कर्मचारी अगले दो दिनों तक पूरी तरह से हड़ताल पर रहेंगे। इस दौरान कार्यालय में कोई काम नही किया जााएगा।”

प्रदर्शन कर्मचारियों ने कहा कि तीसरे वेतन संशोधन में 15 फीसदी फिटमेंट और सभी भत्तों को दुरुस्त करने की मांग लेकर यह आंदोलन किया जा रहा है। इससे पहले भी सरकार से अपनी मांगों को रखा गया था लेकिन इस पर सरकार द्वारा सार्थक पहल नही किया। सचिव एमआर उनियाल ने कहा कि केंद्र से मांग की जा रही है कि सहायक टावर कंपनी का गठन पूरी तरह से बंद किया जाए। अगर सरकार उनकी मांगों पर गंभीरता से विचार नही किया गया तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।

नैनीताल में बीएसएनएल कर्मचारियों ने न सिर्फ कार्यालय के बाहर धरना दिया बल्कि सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान कर्मचारियों ने कहा कि सरकार बीएसएनएल की दशा सुधारने के बजाय निजी कम्पनियों के साथ गठबंधन कर टावर दे रही है जो धीरे-धीरे बीएसएनएल को ख़त्म करने की साज़िश है।

बीएसएनएल कर्मचारी संगठन नैनीताल के अध्क्ष एमसी उपाध्याय ने कहा कि, “उन्हें तीसरे वेतन संशोधन और सभी भत्तों का लाभ नहीं दिया जा रहा है। कर्मचारियों ने आगाह किया है कि अगर उनकी मांगों पर गौर नहीं किया गया तो आन्दोलन को उग्र किया जाएगा। हालांकि उपाध्याय यह भी कहते हैं कि यह आंदोलन केंद्रीय स्तर से नियंत्रित हो रहा है और जो भी फ़ैसला दिल्ली से लिया जाएगा से उसे संगठन को मंजूर है।”