आखिर खुल गया सरिता हत्या काण्ड, घर का ही निकला कातिल

0
766

लम्बे समय की पशोपेश के बाद आखिरकार काशीपुर पुलिस ने सरिता हत्याकांड का खुलासा कर ही लिया है। दो साल से उलझी सरिता हत्याकांड की गुत्थी को सुलझाते हुए पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। सरिता की हत्या उसी के चचेरे देवर ने की थी। जिसने भाभी के साथ जबरन शारीरिक संबंध बनाने की कोशिश की थी। भाई को पता न लगे इसलिए आरोपी ने खून के रिश्ते को दरकिनार कर सरिता की हत्या कर दी। इस दौरान आरोपी सोने की चेन लूटकर फरार हो गया था। पुलिस ने हत्या के बाद लूटी गई चेन आरोपी से बरामद कर ली है। हालांकि अभी तक हत्या में प्रयोग किया गया चाकू, जैकेट और बैग पुलिस को बरामद नहीं हुए हैं। पुलिस तीनों चीजों की बरामदगी में जुटी है।

छह अप्रैल 2015 को मुरादाबाद रोड स्थित आकांक्षा गार्डन में सरिता पत्नी रजनीश के घर बदमाशों ने लूटपाट की घटना को अंजाम दिया था। विरोध करने पर बदमाशों ने सरिता की हत्या कर दी थी। पुलिस ने सरिता के पति रजनीश कुमार की तहरीर पर धारा 394 व 302 में केस दर्ज कर लिया था। साथ ही पुलिस भी तभी से इस मामले की जांच में लगी थी। मामले की जांच के दौरान कई आईओ बदले, लेकिन कोर्इ भी आरोपी का पता नहीं लगा पाया। यह मामला बहुचर्चित रहा।

पुलिस दो साल से हत्याकांड पर गहन जांच पड़ताल कर रही थी।एसएसपी ऊधमसिंहनगर ने एएसपी और सीओ काशीपुर के निर्देशन में एक टीम गठित की। साथ ही हत्या की जांच कोतवाल चंचल शर्मा को सौंपी गई। गहन जांच पड़ताल के बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। एएसपी डा. जगदीश चंद्र ने रविवार को मामले का खुलासा करते हुए बताया कि हत्याकांड की जांच-पड़ताल के बाद सरिता का चचेरा देवर दर्पण कुमार पुत्र यशपाल सिंह निवासी सलेमसराय, थाना धामपुर, जिला बिजनौर ही हत्या का आरोपी निकला। उन्होंने बताया कि वह सरिता से फोन पर बात करता था, साथ ही आरोपी को सरिता के घर आना जाना भी था। फोन पर बात करने से आरोपी को एक तरफा लगाव हो गया था। कई बार आरोपी ने फोन पर भी भाभी को एपरोच करने की कोशिश की, लेकिन उसने साफ मना कर दिया।

चार अप्रैल 2015 को आरोपी सरिता के घर महुआखेड़ागंज स्थित माल्ट कंपनी में साक्षात्कार देने की बात कहकर आया था। उसी रात पति रजनीश के ड्यूटी जाने के बाद आरोपी ने सरिता के कमरे में जाकर चार बार जबरन शारीरिक संबंध बनाने की कोशिश की, लेकिन सरिता ने फटकार लगाकर उसके मंसूबे नाकाम कर दिए। जब अगले दिन सुबह रजनीश घर पहुंचा तो उसे पत्नी और दर्पण के व्यवहार में कुछ फर्क महसूस हुआ, लेकिन इसे उसने नजर अंदाज कर दिया। पांच अप्रैल को आरोपी ने गौतमनगर स्थित जसवंत सिंह हवलदार के घर कमरा किराये पर ले लिया। छह अप्रैल की सुबह वह महुआखेड़ागंज स्थित फैकट्री गया और प्लान के तहत रजिस्टर में हस्ताक्षर कर वहां से गायब हो गया। साथ ही उसी दिन दोपहर में सरिता के घर पहुंचकर आरोपी ने दोबारा जोर जबरदस्ती करने की कोशिश की। उसके विरोध करने पर आरोपी ने रसोई से चाकू लेकर उसकी निर्मम हत्या कर दी। साथ ही पुलिस का ध्यान लूटपाट की ओर मोड़ने की वजह से घर का सामान बिखेर दिया और फिर दोबारा फैकट्री पहुंच गया।

इसके बाद वह सात अप्रैल को धामपुर चला गया। पुलिस ने आरोपी को शुक्रवार दोपहर पुलिस ने दर्पण को उसके कार्यालय आरडी मैमोरियल डिग्री कालेज, धामपुर से गिरफ्तार कर लिया। साथ ही पुलिस ने घटना में चेन की बरामदगी होने पर धारा 411 बढ़ाकर आरोपी को कोर्ट में पेश कर दिया। हत्याकांड का खुलासा करने पर एसएसपी ऊधमसिंहनगर ने पुलिस टीम को ढाई हजार रुपये इनाम की घोषणा की।