उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय अध्यक्ष दिवाकर भट्ट ने परेड ग्राउंड स्थित धरनास्थल पर पहुंचकर अपनी 4 सूत्री मांगों को लेकर आंदोलनरत प्रधान संगठन तथा आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को उत्तराखंड क्रांति दल की ओर से समर्थन दिया।
प्रधान संगठन के आंदोलनकारी नेताओं से दिवाकर भट्ट ने आह्वान किया कि वे क्षेत्रीय दल उत्तराखंड क्रांति दल को सहयोग करें और उत्तराखंड क्रांति दल उन्हें पूर्ण सहयोग करेगा। दिवाकर भट्ट ने सरकार की भत्सर्ना करते हुए कहा कि सरकार जनता के साथ जनप्रतिनिधियों की भावनाओं से भी खिलवाड़ कर रही है। उन्होंने कहा कि जन भावनाओं के विपरीत नगर निगम व नगर पालिकाओं का सीमा विस्तार करना दुर्भाग्यपूर्ण हैं।
आगामी नगर निगम चुनाव में जनता प्रदेश सरकार को इसका जवाब देगी। उन्होंने प्रदेश सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि राज्य सरकार तुगलकी फरमान जारी करने से बाज आए। इसके बाद यूकेडी सुप्रीमो धरना स्थल पर आंदोलनरत आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के पंडाल में पहुंचे तथा उन्हें संबोधित करते हुए कहा कि उत्तराखंड क्रांति दल ने रोजगार व पलायन को रोकने जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर राज्य के लिए संघर्ष किया है किंतु कांग्रेस तथा भाजपा ने राज्य गठन की अवधारणाओं को समाप्त कर दिया।
उन्होंने कहा कि, “राज्य में छात्र तथा मातृशक्ति का अपमान हो रहा है। राज्य निर्माण में अहम भूमिका निभाने वाली मातृशक्ति को अपनी मांगे मनवाने के लिए धरने प्रदर्शन के लिए मजबूर किया जा रहा है।” दिवाकर भटट ने कहा कि, “उक्रांद जन भावनाओं के साथ है तथा राष्ट्रीय दलों की दमनकारी नीतियों का जमीनी स्तर पर विरोध करेगा। 22 अक्टूबर को बद्रीनाथ में केंद्रीय कार्यसमिति की बैठक आयोजित की जाएगी जिसमें उक्रांद राष्ट्रीय दलों को जनता के सामने बेनकाब करने की रणनीति तय करेगा।”